बाल विवाह की बात और फोटो वायरल होने के बाद आनन-फानन में महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। जानकारी लेने के दौरान ज्ञात हुआ कि जिन नवविवाहित जोड़े का फोटो वायरल किया गया था वो उस क्षेत्र के ही नहीं हैं और मंदिर में दर्शन करने के बाद लौट गए। सुबह-सुबह बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर में दो नवविवाहित जोड़े दर्शन के लिए अपने परिजनों के साथ आए थे। मंदिर में मौजूद कुछ लोगों को आशंका हुई की नवविवाहित जोड़ा नाबालिग है और फोटो वायरल कर दी।
फोटो वायरल होने के बाद जब महिला बाल विकास विभाग की अधिकारी डॉ निशी सिंह को मिली तो उन्होंने परियोजना अधिकारी मंगलेश भटनागर व अन्य अधिकारियों को मौके पर जांच के लिए भेजा। जब महिला एवं बाल विकास टीम मंदिर पहुंचती तब तक जोड़े मंदिर से जा चुके थे। उसके बाद अधिकारियों ने मंदिर में पुजारी से बात की और नवविवाहित जोड़े के बारे में पूछा। पंडित के अनुसार, नवविवाहित जोड़ा हमारे क्षेत्र का नहीं है। वो शादी के बाद भगवान का आशीर्वाद लेने आए थे। मौके पर पहुंची टीम ने पंचनामा बनाकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के सामने रिपार्ट पेश कर दी।
क्या कहा अधिकारी ने?
जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास डॉ निशी सिंह ने बताया कि शुक्रवार को कुछ फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गए। जिस पर हमने त्वरित कार्रवाई की तो ज्ञात हुआ कि जो नव विवाहित जोड़े मंदिर में गए थे वो इस क्षेत्र के थे ही नहीं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास डॉ निशी सिंह ने बताया कि शुक्रवार को कुछ फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गए। जिस पर हमने त्वरित कार्रवाई की तो ज्ञात हुआ कि जो नव विवाहित जोड़े मंदिर में गए थे वो इस क्षेत्र के थे ही नहीं।