अगार मालवाPublished: Apr 04, 2019 01:11:28 am
Ashish Sikarwar
देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र बना विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर की सुरक्षा इन दिनों खतरे में है। कारण प्रशासन द्वारा पूर्व में गर्भगृह में लगाए सीसी कैमरे को हटा दिया गया है।
देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र बना विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर की सुरक्षा इन दिनों खतरे में है। कारण प्रशासन द्वारा पूर्व में गर्भगृह में लगाए सीसी कैमरे को हटा दिया गया है।
नलखेड़ा. देशभर के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र बना विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर की सुरक्षा इन दिनों खतरे में है। कारण प्रशासन द्वारा पूर्व में गर्भगृह में लगाए सीसी कैमरे को हटा दिया गया है। इस कारण गर्भगृह की सुरक्षा के साथ ही मंदिर की सुरक्षा भी खतरे में है। प्रशासन ने कैमरा क्यों हटाया यह तो वही जाने लेकिन कैमरा हटाने को लेकर भक्तों में नाराजगी है।
मां बगलामुखी मंदिर पर्यटन विभाग में शामिल होने के बाद मंदिर के विकास के लिए नई-नई योजनाएं क्रियान्व्ति की गई हैं। इसी के तहत परिसर में अनेक निर्माण कार्य हुए। मंदिर की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने गर्भगृह सहित पूरे मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए, जिससे मंदिर परिसर सहित गर्भगृह की सुरक्षा की जा सके, लेकिन प्रशासन द्वारा अचानक कैमरा निकाल लिया गया। इसके निकालने के पीछे प्रशासन की मंशा क्या थी यह तो प्रशासन ही जाने लेकिन कैमरा निकालने से मंदिर की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। 6 अप्रैल से नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है। नवरात्रि पर्व के चलते बाहर से लाखों लोग मां की आराधना के लिए आएंगे। ऐसे में मंदिर के गर्भगृह की बिना सीसीटीवी कैमरे के सुरक्षा कैसे होगी यह प्रश्न भक्तों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
महाकाल के बाद मां बगलामुखी मंदिर आता है
उज्जैन में स्थित बाबा महाकाल के मंदिर के बाद मां बगलामुखी मंदिर का नंबर आता है। यहां दर्शन पूजन हेतु लाखों लोग आते हैं। बाबा महाकाल के मंदिर में पूर्व में महिलाओं के साथ छेडख़ानी की घटना घट चुकी है। ऐसे में मां बगलामुखी मंदिर के गर्भगृह में लगे कैमरे को हटाकर प्रशासन द्वारा ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों के लिए अवसर दिया गया है।
नवरात्रि में रहता है दबाव
मंदिर में नवरात्रि पर्व के चलते भीड़ का सबसे ज्यादा दबाव गर्भगृह में रहता है। ऐसे में यहां चेन स्नैचिंग सहित छेडख़ानी की घटनाएं हो सकती हैं। अगर कैमरा चालू रहता है तो सारी घटनाएं कैमरे में कैद हो जाती हैं, लेकिन कैमरा हटाने के बाद ऐसी घटना हो सकती हैं
पुलिस सुरक्षा में लगा था कैमरा
गर्भगृह में सुरक्षा हेतु तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी व पदेन अध्यक्ष मां बगलामुखी मंदिर समिति जीएस डाबर व तहसीलदार व पदेन सचिव मां बगलामुखी मंदिर समिति मुकेश सोनी ने पुलिस सुरक्षा में गर्भगृह में सीसी कैमरा लगवाया था। उस समय से ही कैमरा लगे थे, लेकिन अचानक कलेक्टर के आदेश पर प्रशासन ने कैमरा हटा दिया जो चर्चा का विषय है। मामले में कलेक्टर अजय अजय गुप्ता ने बताया कि नलखेड़ा तहसीलदार को द्वार पर कैमरा लगाए जाने के आदेश दे दिए हैं।