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शिकार के लिए फिर खेतों में पहुंचा वन्यप्राणी

locationअगार मालवाPublished: Oct 07, 2017 01:15:16 am

Submitted by:

sanjay daldale

लांघा और टेमनीशाहनी में किया शिकार…

animals reached for hunting

लांघा और टेमनीशाहनी में किया शिका

पांढुर्ना. लांघा में एक दिन पहले किए गाय और श्वानों का शिकार के दूसरे दिन फिर से वन्य प्राणी ने लौटकर आकर शिकार को ढूंढा। शुक्रवार को दिन भर खेतों में पहुंचे किसान डरे रहे। दोपहर को किसान धनराज देशमुख की पत्नि सरिताबाई ने जंगली जानवर को खेत में देखा। वह मृत पड़े शिकार को खाने की कोशिश कर रहा था। सूचना मिलने पर फिर एक बार वन विभाग का अमला लांघा पहुंचा।
डिप्टी रेंजर सलामे के साथ पहुंचे दल ने किसानों के कहने पर जानवर के मूवमेंट के स्थान का निरीक्षण किया। वन्यप्राणी ने यहां पर लकड़ी के खूंटे पर पंजा मारा था जिसके निशान मिले है। साथ ही उसके बाल भी वन विभाग के अमले ने जांच के लिए एकत्रित किए है। जानकारी के अनुसार इसी तरह के एक जानवर ने ग्राम टेमनीशाहनी के किसान रामकिशन उइके के एक साल के बछड़े का शिकार कर उसे मौत के घाट उतार दिया है। रामकिशन ने बताया कि उसने वन्यप्राणी को खेत में फसलों के बीच से जाते हुए देखा है। वन विभाग का दावा है कि सरिताबाई और रामकिशन के बताएं अनुसार जिस वन्यप्राणी को उन्होंने देखा है वह लकड़बग्घा है।
इधर महाराष्ट्र के जंगलों में चहलकदमी कर रही बाघिन के पांढुर्ना लांघा से सटे ग्राम नरखेड़ के जंगल में होने की आशंका व्यक्त की गई है। गुरुवार की शाम से लेकर लगातार देर रात तक रेंजर डीएन राजनकर और वन अमला वनों में चौकसी कर रहा है।

 

करंट की चपेट में आने से मौत

जुन्नारदेव. समीपस्थ ग्राम पंचायत डुंगरिया पनारा में पानी भरते समय मोटर लगाने के दौरान करंट की चपेट में आ जाने से अंशु डेहरिया २५ वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। अंशु अपने चाचा के घर रहता था। जिस समय हादसा हुआ उस समय युवक घर पर अकेला था करंट लगने की सूचना पड़ोसी ने डायल 100 को दी। जिसके बाद डायल 100 चालक ज्वाला बिहारी, ईएमटी सूरज विश्वकर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौप दिया।

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