डॉ. एसएस मीतवार ने बताया कि 100 रुपए के रजिस्ट्रेशन ने लगभग 3-4 वर्ष का इलाज दवाओं के साथ निशुल्क किया जाता है। 10 वर्ष से जन्मजात बीमारियों से पीड़ित रोगियों की सेवा कर रहे हैं। डॉ. मीतवार ने बताया कि 90-80 फीसदी मरीज ठीक हो जाते हैं। मरीज जितना जल्दी आता है, उसके ठीक होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। बदलती जीवन शैली के कारण आनुवांशिक बीमारियों के ग्राफ भी लगातार ऊंचा हो रहा है।
शिविर का आयोजन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से मनीष गोयल, रविन्द्र गोयल, श्याम सुन्दर माहेश्वरी, उर्मिला माहेश्वरी, मयंक अग्रवाल, मनोज गर्ग, नीरज अग्रवाल, मयंक अग्रवाल, मनोज गर्ग, नीरज अग्रवाल, अनूप बालमुकुन्द, राजेश, सचिन आदि उपस्थित थे। मरीजों का परीक्षण डॉ. एसएस मीतवार, डॉ. नितिन वर्मा, डॉ. अंकित त्यागी, डॉ. गौरव, डॉ. अमित, डॉ. भूपेन्द्र, डॉ. काजल, डॉ. श्रुति सहित 25 डॉक्टरों की टीम ने किया।