आगरा। महिला अस्पताल (लेडी लॉयल) में महिलाओं के लिए बड़ी सुविधा मुहैया कराई गई है। एक रुपये के पर्चे पर 180 तरह की पैथालॉजिकल जांचें की जाएंगी। महिलाओं का आह्वान किया गया है कि वे इस सुविधा का लाभ उठाएं।
इन जिलों मे स्थापित हैं सेन्टर
यह काम कर रही है डायग्नोस्टिक चेन एसआरएल डायग्नोस्टिक्स। उसने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी के जरिए पिछले एक साल के दौरान राज्य के 22 सरकारी अस्पतालों में अपने पैथोलोजी सेंटर स्थापित कर 1,60,000 से अधिक रोगियों को सेवाएं दी हैं। ये पैथोलोजी सेंटर जौनपुर, मिर्जापुर, इलाहाबाद, वाराणसी, आगरा, मणिपुर, अलीगढ़, मथुरा, हमीरपुर, फतेहपुर, बांदा, झांसी, फैजाबाद, बहराइच, गोंडा, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बस्ती और आजमगढ़ के जिला अस्पतालों में खोले गए हैं।
कैंसर, थायऱॉइड की जांच भी फ्री
इस साझेदारी के तहत एसआरएल 180 विभिन्न प्रकार के पैथोलॉजिकल टेस्ट उपलब्ध कराती है। आम जनता को हाई एंड लैबोरेटरी डायग्नोस्टिक सेवाएं निःशुल्क दी जाती है। इसके अतिरिक्त थाइरॉयड, डायबिटीज, हैपेटाइटिस, टीबी, कैंसर और एचआईवी की जांच के लिए डायग्नोस्टिक सेवाएं भी निःशुल्क उपलब्ध हैं।
पीपीपी मॉडल
एसआरएल डायग्नोस्टिक्स और उत्तर प्रदेश सरकार के चिकित्सकीय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के यूपीएचएसएसपी (उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रैंथेनिंग प्रोजेक्ट) के पीपीपी मॉडल में 5 क्लस्टर हैं, जो राज्य के 22 जिला अस्पतालों को कवर करते हैं। इन सभी सेंटरों पर रोगियों को सटीक टेस्ट रिजल्ट उपलबध कराने की खातिर प्रत्येक पैथोलॉजी सेंटर पर 2 फ्लेबोटोमिस्ट्स मौजूद रहते हैं। फ्लेबोटोमिस्ट्स ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें गुड़गांव स्थित एसआरएल की रिफरेंस लैबोरेटरी में सैम्पल कलेक्शन में प्रशिक्षण दिया जाता है।
अन्य राज्यों में भी विस्तार करेंगे
एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के डीजी गौरव जैन ने बताया कि हम अन्य राज्य की सरकारों के साथ भी अपनी साझेदारी का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं, जिससे देश में अधिक से अधिक संख्या में लोगों तक सटीक और अच्छी गुणवत्ता की डायग्नोस्टिक सेवाएं पहुंच सकें। पिछले 11 महीने के आंकड़े इस पीपीपी मॉडल की सफलता को बताते हैं। इस अवधि में 1,62,000 रोगियों ने हाई एंड पैथोलॉजिकल टेस्टिंग की सुविधा का लाभ लिया। हर दिन इस सुविधा के लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।