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गजब! अब आर्मी के खोजी कुत्ते सूंघकर बताएंगे इंसान में कोरोना है या नहीं उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने लॉकडाउन लागू किया था। कोरोना संक्रमण के चलते अप्रैल में सात वर्ष से कम सजा के मामले में सजा काट रहे बंदियों को पैरोल पर छोड़ने के आदेश जारी किए गए थे। उसी आदेश के तहत आगरा जिला जेल से 9 अप्रैल को 114 बंदियों को छोड़ दिया गया था। जेल अधीक्षक के मुताबिक पैरोल अवधि समाप्त हाेने यानी बंदियों को 13 और 21 नवंबर तक वापस आ जाना चाहिए था। उन्होंने बताया कि इनमें से 9 बंदियों की रिहाई हो गई है। वहीं, 9 बंदियों की किसी अन्य मामले में सुनवाई थी, जिनमें से चार हाजिर हुए। जबकि शनिवार तक 7 और बंदी हाजिर हो गए। लेकिन, 85 बंदी अभी तक वापस नहीं आए हैं।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। प्रत्येक बंदी को पहले अस्थायी जेल में रखा जाएगा। जहां कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें जेल में दाखिल किया जाएगा।