आगरा स्मार्ट सिटी कंपनी के मुताबिक, ताजमहल के नजदीकी क्षेत्र ताजगंज में 100.04 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत सीवर कनेक्शन देने का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत 60 हजार आवासों को 53 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन से जोड़ा गया है। जबकि 240 आवास सड़क तल से काफी नीचे हैं, जहां घरों से सीवर ग्रेविटी के माध्यम सीवर नेटवर्क में नहीं पहुंच सकता। जिसको देखते हुए स्मार्ट सिटी कंपनी ने नीदरलैंड की क्वावेक कंपनी से वैक्यूम सीवर लाइन और नेटवर्क तैयार कराया है।
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दलित दूल्हे का घोड़ी पर बैठने का सपना हुआ पूरा, पुलिस फोर्स की निगरानी में निकली बारात 5 साल तक रखरखाव करेगी नीदरलैंड की कंपनी स्मार्ट सिटी कंपनी के आनंद मेनन का कहना है कि 240 घरों का वैक्यूम सीवर नेटवर्क बनाने में 5 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इसके लिए सेंसर वाले विशेष चैंबर बनाए गए हैं। वैक्यूम सीवर नेटवर्क के चोक होने या फिर अन्य परेशानी होने पर सेंसर अलर्ट कर देगा। जीआईएस आधारित सेंसर से लोकेशन के साथ समस्या की जानकारी मिल जाएगी। 5 साल तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी नीदरलैंड की कंपनी की होगी।
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काशीवासियों में मायूसीः गंगा एक्सप्रेस-वे से नहीं जुड़ेगा PM Modi का संसदीय क्षेत्र बनारस आगरा बना देश का पहला शहर स्मार्ट सिटी के सीआईओ निखिल टी फुंडे ने बताया कि वैक्यूम सीवर के इस्तेमाल के मामले में आगरा देश का पहला शहर बन गया है। फिलहाल ताजगंज के निचले इलाकों में इस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।