मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने बताया की सर्विलांस और थाना सैयां पुलिस को क्षेत्र में फर्जी इंकम टैक्स अधिकारियों द्वारा फर्जी रेड मारने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने सैयां चौराहा फ्लाई ओवर के पास बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू की, इसी दौरान एक सफेद स्कार्पियो कार आती दिखाई दी। पुलिस द्वारा रुकने का इशारा करने पर उसमें बैठे लोग गाड़ी से निकल कर भागने लगे। पुलिस टीम ने घेरकर सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से असिस्टेंट कमिश्नर,क्राइम सर्विलांस एंड इंटेलिजेंस,आधार कार्ड, डेबिट कार्ड,2 डीएल, एक दिल्ली पुलिस की कैप और 5100 रुपए बरामद हुए हैं।
दिल्ली के निवासी थे सारे अपराधी पूछताछ में सातों ने अपने नाम जितेंद्र कुमार,रितेश कुमार,गुलाब हसन,वसीम,वीरू,गुलफाम अली और सुशील कुमार बताए हैं। सभी दिल्ली के निवासी हैं। आरोपियों ने बताया की कासगंज निवासी दिनकर मिश्रा उन्हे वारदात से पहले फर्जी आईकार्ड और सुरक्षा उपलब्ध कराता था और साउथ दिल्ली निवासी इमरान हमें छापा मारने की जगह बताता था। हम जहां भी फर्जी अधिकारी बनकर जाते थे, वहां ब्लैक मनी होने की जानकारी पहले ही होती थी। रेड मारने पर वो डर जाते थे और हम लोग मोटा पैसा लेकर निकल आते थे।
कितनों को बनाया शिकार आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है की उन्होंने अब तक कितने लोगों को शिकार बनाया है। वहीं उनके द्वारा सताए लोग इंकम टैक्स विभाग की नजर में आने के डर से शिकायत करने को तैयार नहीं होते हैं।