शहर में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों का रैकेट पहले से ही सक्रिय है। कोलकत्ता में जाली करेंसी मामले में जब एनआईए की टीम ने आगरा के एत्माउद्दौला थाना क्षेत्र में छापामार कार्रवाई की थी। तब टीम को अवैध रूप से रह रही बांग्लादेशी महिला फातिमा को पकड़ा था। फातिमा के तार बांग्लादेशी तस्करों से जुड़े थे। एनआईए और यूपी एटीएस की नजर में आने के बाद इसका खुलासा हो सका था। इन बांग्लादेशी नागरिकों ने आधार कॉर्ड और वोटर आईडी कार्ड भी बनवा रखे हैं।
मथुरा में पिछले एक हफ्ते से एलआईयू और पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। जिसमें बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। बांग्लादेशी नागरिक साधु के भेष में रह रहा था, जिसके पकड़े जाने के बाद 14 अन्य नागरिक भी पुलिस के हत्थे चढ़ सके। मथुरा और आगरा में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की तलाश में पुलिस और एलआईयू सक्रिय है। एसपी सिटी आगरा प्रशांत वर्मा ने बताया कि अवैध रूप से रह रहे विदेशियों की तलाशी के लिए पुलिस सक्रिय है।