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एसएसपी बबलू कुमार ( agra police ) ने बताया कि यह सभी शस्त्र 1991 से लेकर वर्ष 2005 तक दर्ज मुकदमों से संबंधित थे। इन सभी के मुकदमों का निर्णय न्यायालय से हो चुका है और अब यह सारे हथियार पुलिस के माल खानों में पड़े थे। इन सभी को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के निर्देशों में संयुक्त निदेशक अभियोजन महेंद्र कुमार दीक्षित और सहायक अभियोजन अधिकारी श्रीकांत व दामोदर सिंह एडवोकेट की उपस्थिति में पहले हथौड़ों से तोड़ा गया और फिर सभी को जेसीबी से एक गहरा गड्ढा खुदवाकर जमीन के नीचे दबा दिया गया। यह भी पढ़ें