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सावधान! अभी जहरीली जानलेवा हवा में सांस ले रहे हैं आप, आतिशबाजी के बाद ऐसा है प्रदूषण का स्तर

locationआगराPublished: Nov 08, 2018 02:22:21 pm

सुप्रीम कोर्ट के बाद दस बजे के बाद भी चलीं आतिशबाजी से जहरीली और जानलेवा हुई हवाएयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा खतरनाक स्तर पर, बम पटाखों के चलते सल्पफर डाईआॅक्साइड, कार्बन मोनो आॅक्साइड सहित अन्य जहरीली गैसें हवा में घुली

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VIDEO: सावधान- इस शहर में खतरनाक स्तर पर पहुंचा Air Pollution , कहीं इसमें सांस लेने से हो न जाए ये बीमारी

आगरा। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी शहर में रात दस बजे के बाद जमकर आतिशबाजी होती रही। इस आतिशबाजी ने शहर की आबोहवा को जहरीला बना दिया। गुरुवार को दीवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। स्वास्थ्य के लिए ये हवा खतरनाक हो रही है। सांस के मरीजों को परेशानी हो सकती है। दिन में धुंध छाने से लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हुई। पटाखों के चलने से वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 275 तक पहुंच गया है। इसमें पीएम 2.5 के साथ ही सल्पफर डाई आॅक्साइड, कार्बन मोनो आॅक्साइड सहित अन्य जहरीली गैसें भी शामिल हैं।
बारह बजे तक चलते रहे पटाखे
पॉश कॉलोनी से लेकर बस्तियों में रात 10 बजे के बाद बम पटाखे और लड़ी की आवाज तेज होती गई, रात 12 बजे तक बम पटाखे चलते रहे। इससे एक्यूआई खराब स्थित में पहुंच गया, रात 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 275 दर्ज किया गया, इसका सामान्य स्तर 50 है। वायु प्रदूषण बढ़ने से ह्रदय और अस्थमा रोगियों को बेचेनी होने के साथ ही सांस फूलने लगी। बम पटाखों की ध्वनि भी 120 डेसिबल से ज्यादा रही, इससे कान का पर्दा फटने का डर रहता है। वहीं लगातार तेज ध्वनि में रहने से सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश धुएं में
दीवाली के दिन बम पटाखे केवल रात आठ बजे से 10 बजे के बीच छोड़े जा सकेंगे। क्रिसमस और नए साल के मौके पर फायरक्रैकर्स रात 11.55 से रात 12.30 तक ही छोड़े जा सकेंगे। केवल वही पटाखे बेचने और छोडने की अनुमति होगी, जो कम धुआं और प्रदूषण फैलाएं। इन पटाखों को केवल लाइसेंसी दुकान से खरीदा जा सकेगा। इन आदेशों की जमकर धज्ज्यिां उड़ाई गई। शहर में कहीं भी पुलिस ने पटाखों पर एक्शन नहीं लिया। लगातार पटाखे चलने से हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई।

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