आईटी से मात देने की तैयारी
भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरीके से सोशल मीडिया को हथियार बनाकर लोकसभा चुनाव 2014 और विधानसभा चुनाव 2017 में बड़ी जीत हासिल की थी। एक बार फिर से 2019 में सोशल मीडिया को हथियार बनाकर चुनाव में जीत का फॉर्मूला फिट करने की कोशिश में हैं। आईटी प्रकोष्ठ के साथ बैठकों में सोशल मीडिया के जरिए कार्यकर्ताओं पर मॉनीटिरिंग करने की कवायद की जा रही है। इस बात को समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अच्छी तरह समझ चुकी हैं। इसलिए बसपा भी अब अपनी रणनीति बदलकर मैदान में उतरेगी। विधानपरिषद में बसपा के नेता प्रतिपक्ष सुनील चित्तौड़ का कहना है कि बसपा नेता बहन मायावती को इस चुनाव में बड़ी जीत का तोहफा देना चाहते हैं। भाजपा जिस तरह धोखे की राजनीति करती है। बसपा जनता को जागरूक करने में भरोसा रखती है। इस बार बसपा भी सोशल मीडिया के जरिए जनता को मायावती शासन में कराए गए कार्यों की जानकारी देने का काम कर रही है। बसपा ही दलितों की हितैषी है।
भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरीके से सोशल मीडिया को हथियार बनाकर लोकसभा चुनाव 2014 और विधानसभा चुनाव 2017 में बड़ी जीत हासिल की थी। एक बार फिर से 2019 में सोशल मीडिया को हथियार बनाकर चुनाव में जीत का फॉर्मूला फिट करने की कोशिश में हैं। आईटी प्रकोष्ठ के साथ बैठकों में सोशल मीडिया के जरिए कार्यकर्ताओं पर मॉनीटिरिंग करने की कवायद की जा रही है। इस बात को समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अच्छी तरह समझ चुकी हैं। इसलिए बसपा भी अब अपनी रणनीति बदलकर मैदान में उतरेगी। विधानपरिषद में बसपा के नेता प्रतिपक्ष सुनील चित्तौड़ का कहना है कि बसपा नेता बहन मायावती को इस चुनाव में बड़ी जीत का तोहफा देना चाहते हैं। भाजपा जिस तरह धोखे की राजनीति करती है। बसपा जनता को जागरूक करने में भरोसा रखती है। इस बार बसपा भी सोशल मीडिया के जरिए जनता को मायावती शासन में कराए गए कार्यों की जानकारी देने का काम कर रही है। बसपा ही दलितों की हितैषी है।
समाजवादी पार्टी ने भी अपनाए ये हथियार
आगरा में समाजवादी पार्टी ने भी सोशल मीडिया को चुनावी हथियार के रूप में शुरू करने का काम किया है। यूपी में सबसे पहले आगरा में सपा ने स्मार्ट बूथ एप्लीकेशन लांच किया। जिसके जरिए बूथ कार्यकर्ता की हर जानकारी ली जा सकेगी।
आगरा में समाजवादी पार्टी ने भी सोशल मीडिया को चुनावी हथियार के रूप में शुरू करने का काम किया है। यूपी में सबसे पहले आगरा में सपा ने स्मार्ट बूथ एप्लीकेशन लांच किया। जिसके जरिए बूथ कार्यकर्ता की हर जानकारी ली जा सकेगी।
दलित मुस्लिम फॉर्मूला बनेगा रोड़ा
आगरा को दलितों की राजधानी कहा जाता है। यहां कुल जनसंख्या की 35 प्रतिशत दलित आबादी है। वहीं दस प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। महागठबंधन में दोनों मिले तो भाजपा के लिए लोकसभा में बड़ी मुश्किलें खड़ी होंगी। ऐसे में दलित मुस्लिम फॉर्मूला फिट बैठाने में सपा और बसपा दोनों जुट गई हैं।
आगरा को दलितों की राजधानी कहा जाता है। यहां कुल जनसंख्या की 35 प्रतिशत दलित आबादी है। वहीं दस प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। महागठबंधन में दोनों मिले तो भाजपा के लिए लोकसभा में बड़ी मुश्किलें खड़ी होंगी। ऐसे में दलित मुस्लिम फॉर्मूला फिट बैठाने में सपा और बसपा दोनों जुट गई हैं।