ज्योतिषाचार्य के मुताबिक मुलायम सिंह की कुंडली कर्क लग्न की है। पिछले डेढ़ साल से कर्क राशि पर राहू बैठा है। इसके कारण उनकी प्रतिष्ठा और स्वास्थ्य दोनों में फर्क पड़ा है। लेकिन 6 मार्च को राहू कर्क राशि से हटकर मिथुन राशि पर जा रहा है। वहीं 11 अक्टूबर को गुरू वृश्चिक राशि पर आ गया है। ये संतान का घर होता है। इसके चलते मुलायम और अखिलेश के बीच और निकटता आएगी। गुरू 13 महीने तक वृश्चिक राशि में रहेगा।
ये स्थितियां समाज और परिवार में उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ाएंगी। साथ ही इससे उनका स्वास्थ्य भी सुधरेगा। गुरू के कारण वे अखिलेश से अपनी बात मनवाने में कामयाब होंगे। ग्रहों की इस स्थिति के बीच यदि मुलायम कोशिश करेंगे तो अखिलेश और शिवपाल को फिर से एक करने में कामयाब हो सकते हैं और यदि ऐसा हो जाता है तो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में उनके परिवार व पार्टी को इसका फायदा मिल सकता है।