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योगी आदित्यनाथ पर बृज के ज्योतिषाचार्य की ऐसी भविष्यवाणी, जानिए चुनाव में कर सकेंगे करिश्मा या नहीं

locationआगराPublished: Jan 30, 2019 02:46:58 pm

योगीजी को वर्तमान में संयम और धैर्य की विशेष आवश्यकता है, वर्तमान की केतु की महादशा में चन्द्रमा ग्रह की अंतरदशा अवधि के दौरान जो कि अगस्त 2019 तक है

Cm Yogi Adityanath

Cm Yogi Adityanath

आगरा। वैदिक सूत्रम चेयरमैन भविष्यवक्ता पंडित प्रमोद गौतम ने सूबे के मुख्यमंत्री पर बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने पत्रिका को जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को अपरान्ह 12 बजे हुआ है। उनकी उपलब्ध जन्मतिथि के अनुसार इनकी जन्मकुंडली की जन्म लग्न राशि सिंह है और चंद्र राशि कुंभ है।
समय अनुकूल नहीं
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि 24 जनवरी 2019 से योगीजी के लिए आने वाला समय अगस्त 2019 तक अच्छा नहीं होगा। 24 जनवरी 2019 से लेकर 24 अगस्त 2019 तक केतु की महादशा में चंद्रमा ग्रह की अंतरदशा अवधि योगीजी पर रहेगी। जिसकी वजह से यह समय इनके लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है। फलित ज्योतिष में केतु और चन्द्रमा में आपस में महाशत्रुता हैं पौराणिक समुद्र मंथन के काल से। लेकिन, केतु दूसरी तरफ मोक्ष का कारक ग्रह भी माना जाता है। अध्यात्म का कारक रहस्यमयी छाया ग्रह है, जिसको कि फलित ज्योतिष में ध्वजा का प्रतीक भी कहा जाता है, इस समय वर्तमान में 24 जनवरी 2019 से अगस्त 2019 तक योगीजी के लिए केतु की महादशा में चन्द्रमा की अंतरदशा अवधि मानसिक तनाव से भरी होगी। क्योंकि फलित ज्योतिष में चन्द्रमा को मन का कारक ग्रह कहा जाता है और छाया ग्रह केतु से इसकी महाशत्रुता है। इसलिए वर्तमान केतु महादशा में चन्द्रमा ग्रह की अंतरदशा अवधि के दौरान योगीजी की स्वच्छ छवि को ग्रहण भी लगा सकती है, जिसका नकारात्मक प्रभाव लोकसभा 2019 के चुनावों पर भी पड़ सकता है।
राम मंदिर निर्माण मुद्दा
इस समय केतु की महादशा में 24 जनवरी 2019 से चन्द्रमा ग्रह की अंतरदशा अवधि के दौरान राम जन्म भूमि पर मन्दिर निर्माण का मुद्दा बहुत बड़ा रूप धारण कर सकता है। लेकिन, वर्तमान में योगीजी किसी भी तरह इस राम मंदिर के मुद्दे पर कोई सकारात्मक रास्ता निकालने में यदि कामयाब होते हैं अपने बुद्धि कौशल से तो उनके लिए यह सबसे बड़ी जीत होगी। इसका सकारात्मक प्रभाव लोकसभा 2019 के चुनावों में उत्तर प्रदेश में ध्वजा फहराने में मददगार साबित होगा। वर्तमान की भारतीय जनता पार्टी की विपरीत परिस्थितियों के दौरान। इसलिए योगीजी को वर्तमान में संयम और धैर्य की विशेष आवश्यकता है। वर्तमान की केतु की महादशा में चन्द्रमा ग्रह की अंतरदशा अवधि के दौरान जो कि अगस्त 2019 तक है।
ये है कुंडली
वैदिक सूत्रम चेयरमैन भविष्यवक्ता पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि योगीजी की जन्मकुंडली की चन्द्र लग्न की राशि कुंभ है, जिसके कि स्वामी न्याय के अधिपति शनि ग्रह है, जो वर्तमान में योगीजी की राशि कुम्भ से गोचरीय ग्रह चाल में 26 अक्टूबर 2017 से लेकर 24 जनवरी 2020 तक लाभ अर्थात इच्छापूर्ति के भाव में विराजमान रहेंगे। जो कि योगीजी के लिए शुभ स्थिति है अर्थात आम जनता योगीजी के करिश्माई प्रभाव का लोहा मानेगी। उत्तर प्रदेश में क्योंकि 7 मार्च से 2019 से केतु भी गोचरीय ग्रह चाल में शनि ग्रह के साथ योगीजी की कुम्भ राशि की चन्द्र लग्न की कुंडली से लाभ और इच्छापूर्ति वाले भाव में एक साथ युति बनाएंगे 24 जनवरी 2020 तक। जो कि योगीजी की छवि को देश में अचानक झंडा फहराने में मददगार साबित हो सकती है। शनि ग्रह के शुभ आश्रीवाद के फलस्वरूप वर्तमान की गोचरीय ग्रह चाल में, क्योंकि शनि को फलित ज्योतिष में आम जनता का कारक ग्रह भी कहा जाता है। और 7 मार्च 2019 से गोचरीय ग्रह चाल में शनि ग्रह के साथ केतु की भी धनु राशि पर एक साथ युति योगीजी के लिए सोने पे सुहागा का काम करेगी। उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस की चन्द्र राशि मीन पर 11 अक्टूबर 2018 से लेकर 4 नवम्बर 2019 तक देवगुरु बृहस्पति ग्रह का आशीर्वाद भाग्य व धर्म के स्थान पर स्थित है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश के कई लंबित मामलों में समाधान प्राप्त होने की संभावना है। जिसमें राम जन्मभूमि विवाद का मुद्दा भी दैवीय शक्ति के आशीर्वाद फलस्वरूप सुलझता हुआ दिखाई देने की प्रबल संभावना है।

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