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Independence Day 2018 : डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भविष्यवाणी करने वाले ज्योतिषाचार्य का बड़ा दावा

locationआगराPublished: Aug 13, 2018 04:02:48 pm

15 August Indian Independence Day : अब भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर, पाकिस्तान में रहेगी अस्थिरता

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आगरा। डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भविष्यवाणी करने वाले वैदिम सूत्रम चेयरमैन और भविष्यवक्ता पंडित प्रमोद गौतम ने देश की आजादी की 70वीं वर्षगांठ से पहले बड़ी भविष्यवाणी की है। पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि उन्होंने स्वतन्त्र भारत की जन्मकुंडली का ज्योतिषीय विश्लेषण किया। इस दौरान पाया कि लार्ड माउंटबेटन ने भारत और पाकिस्तान दोनों देशों को 14-15 अगस्त में से किसी दिन अपनी-अपनी आजादी के कार्यक्रम निर्धारित करने को कहा था। वैदिक हिन्दू ज्योतिष विज्ञान में आस्था रखने वाले डॉ.राजेन्द्र प्रसाद ने देश के भविष्य व अखंड संप्रभुता के लिए महाकाल की नगरी उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित सूर्यनारायण व्यास से आजादी के लिए उपयुक्त मुहूर्त चुनने के लिए निवेदन किया। इसी बीच पाकिस्तान ने 14 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता की औपचारिक घोषणा कर दी।
पंचग्रही युतियां एक ही भाव में थे
वैदिक हिन्दू ज्योतिष शास्त्रों के सिद्धांतों के अनुसार 14-15 अगस्त 1947 के गोचर में पांच ग्रह कुंडली के एक ही भाव में थे जो कि देश और समाज के लिए अशुभ था। पं. सूर्यनारायण व्यास ने आजादी के लिए 15 अगस्त 1947 की मध्य रात्री बारह बजे का मुहूर्त निर्धारित किया। उनका मानना था कि इससे लोकतंत्र स्थिर रहेगा। क्योंकि उस वक्त स्थिर लग्न ‘वृषभ’ चल रहा था, जो किसी भी कार्य की शुरुआत और उसके स्थायित्व के लिए सबसे शुभ लग्न माना जाता है। उसी समय रात 12:15 के पूर्व सर्वश्रेष्ठ अभिजित मुहूर्त भी चल रहा था, जो मुहूर्त शास्त्रों के अनुसार उस समय का सबसे शुभ मुहूर्त था। इतना ही नहीं पं. व्यास के कहने पर स्वतंत्रता के बाद देर रात संसद को धोया गया। बाद में बताए मुहूर्त अनुसार गोस्वामी गिरधारीलाल ने संसद की शुद्धि भी करवाई। गुलामी की जंजीरों से आजाद हुए भारतवर्ष 15 अगस्त, 1947 को रात्रि 12 बजे आधिकारिक तौर पर नए भारत या यूं कहें कि विघटन के बाद बचे हुए शेष भारत का नया वजूद सामने आया।
लोकतंत्र में रहेगी अस्थिरता
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि स्वतन्त्र भारत की जन्मकुण्डली में स्थिर वृष राशि के जन्म लग्न के चलते भारत में लोकतंत्र स्थिर रहेगा। वहीं एक दिन पहले आजाद हुए पाकिस्तान का लग्न और राशि दोनों मिथुन है ये अशुभ और अस्थिरता का संयोग है यही कारण है कि पाकिस्तान का कोई भी प्रधानमंत्री आज तक अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया। वर्तमान में पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पनामा केस में दोषी पाए जाने के बाद कुर्सी छिन गई और आज वह जेल में हैं वो तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने, लेकिन एक बार भी वो अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। वर्तमान गोचर व भविष्य में ग्रहों की स्थति इस बात का भी संकेत करती है कि पाकिस्तान में आने वाले समय में विभाजन भी संभव है।
भारत बनेगा विश्व गुरु
वैदिक सूत्रम चेयरमैन भविष्यवक्ता पंडित प्रमोद गौतम ने स्वतंत्र भार‍त की कुंडली का विश्लेषण करते हुए बताया कि 15 अगस्त 1947, समय रात्रि 00:00, बजे स्थान नई दिल्ली से वृषभ लग्न तथा कर्क राशि की कुंडली बनती है। स्वतंत्र भारत की जन्म कुंडली के तृतीय भाव में पंच ग्रह योग कर्क राशि में स्थित है साथ ही चंद्रमा दैवीय शक्तियों से युक्त पुष्य नक्षत्र में था जिसके स्वामी शनि हैं। यही कारण था की विशाल युद्धों और अनगिनत विद्रोही ताकतों के बावजूद भारत की अखंडता पर कोई आंच नहीं आई। भारत को आजादी शनि की महादशा में प्राप्त हुई थी। शनि की महादशा भारत के लिए शुभ फलदायी रही। शनि की महादशा में 1947 से 1965 तक भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धों में भारत को सफलता प्राप्त हुई। भारत की कुंडली में शनि सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रह है यह भारत को मजबूती और शक्ति दोनों देता है।
कुंडली में लग्नेश शुक्र तीसरे भाव
पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि भारत की जन्मकुंडली का लग्नेश शुक्र तीसरे भाव में कई ग्रहों के साथ स्थित है साथ ही लग्न पर राहु विराजमान है। यह इस बात का भी ***** है की देश में कभी भी किसी एक पार्टी का शासन नहीं होगा। मंगल कुंडली के दूसरे भाव में स्थित है, कुंडली का यह दूसरा भाव दिशाओं से भारत की उत्तरी-पश्चिमी दिशा को दर्शाता है। जहां भारत का कश्मीर भाग आता है वहां बार-बार समस्याएं पैदा होती रहती है व समय-समय पर यह युद्ध की स्थितियां बनाती है और अस्थिरता होती है परंतु स्थिर लग्न होने के कारण भारत हर समस्या से बच जाता है।
पीएम की कुंडली में लग्न और लग्नेश
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली में लग्न और लग्नेश दोनों बली स्थिति में है यही कारण है जो मोदी को उच्च प्रतिष्ठा, यश और विश्व विख्यात प्रसिद्धि प्रदान करते हैं। मोदी की कुंडली का लग्न और लग्नेश बलवान होने के कारण मोदी को उच्च आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति प्रदान करता है साथ ही मंगल शक्ति, पराक्रम, दृढनिश्चयता और उत्साह व शत्रुओं का दमन करता है। तर्क शक्ति और वाणी का कारक ग्रह बुध कुंडली में उच्च राशि में विराजमान है। देश के प्रधानमंत्री होने के नाते नरेंद्र मोदी से कुछ और कड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं जो कि प्रारंभ में काफी परेशानी वाले रह सकते हैं। दूरदर्शिता के हिसाब से यह फैसले प्रधानमंत्री मोदी के आत्मसम्मान को बढ़ाने वाले हो सकते हैं।
देवगुरु को देवताओं के मंत्री का दर्जा
पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि भारत जल्द ही विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। छह अगस्त 2018 से भारत देश की कुंडली में चन्द्रमा की महादशा में देवगुरु बृहस्पति ग्रह की अंतरदशा अवधि आरम्भ हो गई जो कि 6 दिसंबर 2019 तक चलेगी। देवगुरु बृहस्पति चन्द्रमा ग्रह के अति मित्र भी हैं और स्वतन्त्र भारत की जन्मकुण्डली में पाप ग्रहों की युति से भी ग्रसित नही हैं। इसलिए देवगुरु बृहस्पति ग्रह वर्तमान अंतरदशा अवधि भारत देश को काफी ऊंचाईयों पर ले जाएगी। देवगुरु बृहस्पति को देवताओं के मंत्री का दर्जा प्राप्त है।
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