भ्रष्टाचार खुल रहा
भारतीय जनता पार्टी के नेता केके भारद्वाज ने बताया कि आधार कार्ड के कारण खाद्यान्न घोटाला पकड़ में आया है। गरीबों की योजनाओं के नाम पर लाभ लेने वाले लोग पकड़ में आए हैं। आधार कार्ड की वैधता हर सरकारी और गैर सरकारी योजना में कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागतयोग्य है। प्रत्येक भारतीय के लिए आधार कार्ड जरूरी होना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के नेता केके भारद्वाज ने बताया कि आधार कार्ड के कारण खाद्यान्न घोटाला पकड़ में आया है। गरीबों की योजनाओं के नाम पर लाभ लेने वाले लोग पकड़ में आए हैं। आधार कार्ड की वैधता हर सरकारी और गैर सरकारी योजना में कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागतयोग्य है। प्रत्येक भारतीय के लिए आधार कार्ड जरूरी होना चाहिए।
सही और गलत व्यक्ति की पहचान
गृहणी राजेश्वरी सिंह का कहना है कि आधार कार्ड से तमाम कार्य सुगम हो गए हैं। यह समझ से परे है कि आधार कार्ड का विरोध क्यों हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने बहुत अच्छा फैसला दिया है। आधार कार्ड से सही और गलत व्यक्ति की पहचान हो रही है।
गृहणी राजेश्वरी सिंह का कहना है कि आधार कार्ड से तमाम कार्य सुगम हो गए हैं। यह समझ से परे है कि आधार कार्ड का विरोध क्यों हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने बहुत अच्छा फैसला दिया है। आधार कार्ड से सही और गलत व्यक्ति की पहचान हो रही है।
आधार से पहचान
जाटव समाज उत्थान समिति के संयोजक देवकी नंदन सोन का कहना है कि आधार कार्ड में बुराई क्या है? हमारी छिपाने की नीति नहीं है तो आधार का विरोध क्यों कर रहे हैं। आधार से पहचान होती है। जो गलत हैं, उन्हें ही दिक्कत होगी। सरकार की नजर में हर व्यक्ति रहना चाहिए और आधार से यह हो रहा है। आधार से भ्रष्टाचार भी रुकता है।
जाटव समाज उत्थान समिति के संयोजक देवकी नंदन सोन का कहना है कि आधार कार्ड में बुराई क्या है? हमारी छिपाने की नीति नहीं है तो आधार का विरोध क्यों कर रहे हैं। आधार से पहचान होती है। जो गलत हैं, उन्हें ही दिक्कत होगी। सरकार की नजर में हर व्यक्ति रहना चाहिए और आधार से यह हो रहा है। आधार से भ्रष्टाचार भी रुकता है।
पाकिस्तानियों के पास भी आधार
वहीं, दलित समाज के नेता बंगाली बाबू सोनी का कहना है कि आधार कार्ड को कोई भी बनवा ले रहा है। तमाम बांग्लादेशी और पाकिस्तानियों ने भी बनवा लिए होंगे। इसलिए आधार कार्ड पर फिर से विवेचना की जरूरत है।
वहीं, दलित समाज के नेता बंगाली बाबू सोनी का कहना है कि आधार कार्ड को कोई भी बनवा ले रहा है। तमाम बांग्लादेशी और पाकिस्तानियों ने भी बनवा लिए होंगे। इसलिए आधार कार्ड पर फिर से विवेचना की जरूरत है।