ज्योतिषाचार्य का कहना है कि भोलनाथ का मृत संजीवनी ऐसा मंत्र है, जो मृत इंसान को भी पुन: जीवन दे सकता है। ये मंत्र गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र से मिलकर बना है। ये है मंत्र
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः ॐ सः जूं हौं ॐ !!!
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः ॐ सः जूं हौं ॐ !!!
ऐसे करें जाप
शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार की सुबह भगवान् शिव की पूजा करें और इस मंत्र का 108 बार जप करें। मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करें। मुंह पूर्व दिशा में रखें। इसके उच्चारण में कोई त्रुटि न करें। मंत्र बोलते समय होंठ चलें लेकिन उच्चारण होठों से बाहर न आए। जाप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें। मांस, मदिरा आदि से दूरी बनाकर रखें।
शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार की सुबह भगवान् शिव की पूजा करें और इस मंत्र का 108 बार जप करें। मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करें। मुंह पूर्व दिशा में रखें। इसके उच्चारण में कोई त्रुटि न करें। मंत्र बोलते समय होंठ चलें लेकिन उच्चारण होठों से बाहर न आए। जाप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें। मांस, मदिरा आदि से दूरी बनाकर रखें।
ध्यान रहे
इस मंत्र में अपार शक्ति होती है। इसके नियमित जाप से व्यक्ति में बहुत अधिक मात्रा में ऊर्जा पैदा होती है जिसे हर व्यक्ति सहन नहीं कर सकता। इसलिए इस जाप से पहले एक बार किसी ज्योतिषाचार्य से सलाह जरूर ले लें। इसे किसी विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें। गलती होने पर स्वयं का बड़ा नुकसान हो सकता है।
इस मंत्र में अपार शक्ति होती है। इसके नियमित जाप से व्यक्ति में बहुत अधिक मात्रा में ऊर्जा पैदा होती है जिसे हर व्यक्ति सहन नहीं कर सकता। इसलिए इस जाप से पहले एक बार किसी ज्योतिषाचार्य से सलाह जरूर ले लें। इसे किसी विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें। गलती होने पर स्वयं का बड़ा नुकसान हो सकता है।