Must Read – Bharat Bandh: जानिए ऐसा क्या है एससी/एसटी एक्ट में जिसने सवर्णों को भारत बंद के लिए मजबूर कर दिया… आगरा में सुबह से ही बाजार बंद हो गए जहां खुले थे वहां सर्वसमाज के लोगों ने उन्हें बंद कराना शुरू कर दिया था। इस दौरान वाहन को रोकने की जुगत में प्रदर्शनकारियों ने वाहनों पर पथराव किया जिसके बाद पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं। प्रदर्शनकारियों ने आगरा एक्सप्रेसवे भी जाम कर दिया था जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
प्रदर्शन के दौरान पिनाहट क्षेत्र में आगरा-इटावा डीएमयू ट्रेन को करीब एक घंटे तक रोककर रखा गया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। मैनपुरी में मोटा रेलवे स्टेशन पर फर्रुखाबाद-शिकोहाबाद पैसेंजर ट्रेन को करीब पौन घंटे तक रोका गया। प्रदर्शनकारी ट्रेन के इंजन पर चढ़ गए और जमकर नारेबाजी की। बाद में पुलिस ने उन्हें ट्रैक से हटाया। बता दें कि सवर्णों में ये नाराजगी एससी/एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर है। नरेंद्र मोदी सरकार ने इसमें संशोधन करके सुप्रीम कोर्ट का निर्णय पलट कर रख दिया और एक्ट को उसके मूलरूप में बहाल कर दिया। इसमें बगैर जांच किए तत्काल गिरफ्तारी का प्रावधान है। सवर्ण के साथ इस प्रदर्शन में ओबीसी का भी समर्थन है।
मालूम हो कि यूपी में 6 सितंबर को Bharat Band का आवाह्न अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमंत गुप्ता ने किया था। वे मैनपुरी के रहने वाले हैं और नगर पालिका मैनपुरी के अध्यक्ष रह चुके हैं। सरकार के इस फैसले के खिलाफ भारत बंद को लेकर वे काफी समय उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकले थे। उन्होंने इसकी शुरुआत आगरा से की थी। आगरा में उन्होंने सर्व समाज की बैठक की और लोगों को इसके आगामी खतरों से सावधान किया था। हालांकि प्रदर्शन में शांति बनाए रखने की अपील की गई थी। यही कारण है कि यूपी में आगरा और मैनपुरी में बंद का खासतौर पर असर दिखाई दिया है।