पार्टी में होने लगी अंदरूनी गुटबाजी
निकाय चुनाव के लिए सभी प्रत्याशी अपने अपने मोहरे बैठाने में लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी में संगठन में जिसकी जितनी पकड़ उसकी टिकट का उतना ही पक्का होना माना जा रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेयर और चेयरमैन प्रत्याशियों के नामों की एलान अभी भाजपा ने नहीं किया है। माना जा रहा है कि कल यानि गुरुवार को इनके नामों की घोषणा होनी है। इसके लिए सभी प्रत्याशी फाइनल लिस्ट में अपने नाम शामिल करने की जुगाड़ बैठाने में लगे हुए हैं। आगरा में पार्टी के लिए कड़ा मुकाबला होने की संभावनाएं मानी जा रही हैं। इसलिए पार्टी जातीय समीकरण के लिए नाम को फिट बैठाने की जुगत कर रही है।
निकाय चुनाव के लिए सभी प्रत्याशी अपने अपने मोहरे बैठाने में लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी में संगठन में जिसकी जितनी पकड़ उसकी टिकट का उतना ही पक्का होना माना जा रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेयर और चेयरमैन प्रत्याशियों के नामों की एलान अभी भाजपा ने नहीं किया है। माना जा रहा है कि कल यानि गुरुवार को इनके नामों की घोषणा होनी है। इसके लिए सभी प्रत्याशी फाइनल लिस्ट में अपने नाम शामिल करने की जुगाड़ बैठाने में लगे हुए हैं। आगरा में पार्टी के लिए कड़ा मुकाबला होने की संभावनाएं मानी जा रही हैं। इसलिए पार्टी जातीय समीकरण के लिए नाम को फिट बैठाने की जुगत कर रही है।
सपा और बसपा ने खोल दिए हैं पत्ते
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी ने दिगम्बर सिंह धाकरे को सबसे पहले प्रत्याशी घोषित किया गया। इसके बाद रालोद ने प्रत्याशी के नाम की घोषणा की। वहीं ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा कर दीं। अब कांग्रेस किसका टिकट फाइनल करेगी। इसका इंतजार सभी को है। वहीं भाजपा गुरुवार को नामों की घोषणा कर सकती है, ऐसा सूत्रों का कहना है।
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी ने दिगम्बर सिंह धाकरे को सबसे पहले प्रत्याशी घोषित किया गया। इसके बाद रालोद ने प्रत्याशी के नाम की घोषणा की। वहीं ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा कर दीं। अब कांग्रेस किसका टिकट फाइनल करेगी। इसका इंतजार सभी को है। वहीं भाजपा गुरुवार को नामों की घोषणा कर सकती है, ऐसा सूत्रों का कहना है।