इन लोगों की हुई मौत गांव में हिम्मत सिंह की बेटी मीरा भोजन पका रही थी। गैस सिलेंडर का पाइप लीक कर रहा था। किसी ने ध्यान नहीं दिया। पाइप में अचानक आग लग गई। मीरा ने शोर मचाया तो बाहर बैठे चाचा गिर्राज सिंह (61 वर्षीय), कमल सिंह (45 वर्षीय) पुत्र आशाराम, महावीर (40 वर्षीय) पुत्र भोलाराम और ओमप्रकाश (27 वर्षीय) पुत्र छोटेलाल समेत करीब 15 लोग अंदर की ओर भागे। आग बुझाने का प्रयास करने लगे। तभी धमाका हो गया। इसके साथ ही मकान गिर गया। सभी लोग मलबे में दब गए। जब तक तक लोगों को मलबे से बाहर निकाला जाता, तब तक चार लोगों ने दम तोड़ दिया।
मलबे में दबने से मरे धमाके की आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनी गई। लोगों को लगा कि बम फट गया है। इसके कारण बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। विस्फोट के कारण आसपास के घरों में दरारें आ गईं। एक घंटे तक भय का माहौल बना रहा। लोगों का कहना है कि आग ने विकराल रूप धर लिया था, इस कारण लोग बाहर की ओर भागने लगे। जब तक कमरे से बाहर आ पाते, तब तक मकान गिर गया। इसके मलबे में दबने से लोगों की मौत हुई है। मौके पर क्षेत्रीय भाजपा विधायक महेश गोयल पहुंचे। उन्होंने परिवार को मदद का भरोसा दिलाया।
इसलिए होती हैं घटनाएं जानकारों का कहना है कि गैस सिलेंडर फटने की घटनाएं लापरवाही के कारण होती है। गैस रिसाव की दुर्गंध आने के बाद भी सिलेंडर और पाइप को चेक नहीं कराया जाता है। चूंकि सामान्य रिसाव से कोई घटना नहीं होती है, इसलिए ध्यान न दिए जाने के कारण बड़ी घटना हो जाती है।