यह था पूरा मामला
थाना ताजगंज आगरा के नगला मेवाती में बने डूडा आवास में रहने वाली युवती की मां कोठियों में काम करती है। पिता रिक्शा चालक है। पीड़िता के मुताबिक युवती और उसकी मां घर पर थीं। दस्तक देने पर युवती दरवाजा खोलने पहुंची। जहां बुर्का पहनकर दरवाजे पर कोई खड़ा था। युवती ने कोई परिचित के आने की बात समझते हुए अंदर आने को कहा। तभी सिरफिरे प्रेमी ने चेहरे से बुर्का हटा दिया और गड़सा निकालकर युवती पर हमला बोल दिया। युवती ने उसका चेहरा पहचान लिया और उसके गड़से को पकड़ लिया लेकिन थोड़ी बहुत चोट युवती को आ गई। तभी उसने शोर मचा दिया। शोर मचाने पर आरोपी जान बचाने के लिए छत से नीचे कूद गया और घायल हो गया।
थाना ताजगंज आगरा के नगला मेवाती में बने डूडा आवास में रहने वाली युवती की मां कोठियों में काम करती है। पिता रिक्शा चालक है। पीड़िता के मुताबिक युवती और उसकी मां घर पर थीं। दस्तक देने पर युवती दरवाजा खोलने पहुंची। जहां बुर्का पहनकर दरवाजे पर कोई खड़ा था। युवती ने कोई परिचित के आने की बात समझते हुए अंदर आने को कहा। तभी सिरफिरे प्रेमी ने चेहरे से बुर्का हटा दिया और गड़सा निकालकर युवती पर हमला बोल दिया। युवती ने उसका चेहरा पहचान लिया और उसके गड़से को पकड़ लिया लेकिन थोड़ी बहुत चोट युवती को आ गई। तभी उसने शोर मचा दिया। शोर मचाने पर आरोपी जान बचाने के लिए छत से नीचे कूद गया और घायल हो गया।
चार महीने पहले भी किया था हमला
मुहल्ले वासियों ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने युवक और युवती दोनों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। लोगों ने बताया कि चार महीने पहले भी आरोपी आसिफ ने एकतरफा प्यार में युवती पर हमला किया था जिसमें वह घायल हो गई थी। तब पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। तभी से मुहल्ले वासियों ने उसे मुहल्ले से बाहर निकाल दिया था। अब वह बुर्का पहनकर आया था जिससे कोई उसे पहचान न सके।
मुहल्ले वासियों ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने युवक और युवती दोनों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। लोगों ने बताया कि चार महीने पहले भी आरोपी आसिफ ने एकतरफा प्यार में युवती पर हमला किया था जिसमें वह घायल हो गई थी। तब पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। तभी से मुहल्ले वासियों ने उसे मुहल्ले से बाहर निकाल दिया था। अब वह बुर्का पहनकर आया था जिससे कोई उसे पहचान न सके।