ये की अपील
आगरा के वरिष्ठ मुस्लिम अधिवक्त अमीर अहमद ने कहा है कि स्याना बुलंदशहर में हुई हिंसा की जड़ गौहत्या थी, जिसमें एक नौजवान व एक पुलिस अधिकारी की जान चली गई। इससे पहले भी देश में इसे लेकर हिंसा की घटनायें हो चुकी हैं। आखिरकार चंद मुस्लिम अपने निजी आर्थिक लाभ के लिये कब तक गौहत्या का अपराध करते रहेंगें? ये उचित समय है देश का आम मुसलमान गौ हत्या के विरोध में खुलकर आवाज़ उठाये व उन चंद मुस्लिमों का सामाजिक व आर्थिक बहिष्कार करे जो गौहत्या के कारोबार में लिप्त हैं। गौहत्या इसलिये होती है कि लोग उसका गोश्त सस्ता मिलनें की वजह से खरीदते हैं। अगर लोग खरीदना बंद कर देंगें तो गाय काटने वाले अपने आप गाय काटना छोड़ देंगें। मुस्लिम धर्मगुरुओं राजनीतिक लोगों बुद्धिजीवियों को ये मुहिम तुरंत शुरू करनी चाहिये। ये देश समाज व स्वंय मुस्लिम समुदाय के हित में होगा। जुमे की नमाज़ के बाद खुतबों में व अन्य धार्मिक मौकों पर इसका प्रचार किया जाना चाहिए।
आगरा के वरिष्ठ मुस्लिम अधिवक्त अमीर अहमद ने कहा है कि स्याना बुलंदशहर में हुई हिंसा की जड़ गौहत्या थी, जिसमें एक नौजवान व एक पुलिस अधिकारी की जान चली गई। इससे पहले भी देश में इसे लेकर हिंसा की घटनायें हो चुकी हैं। आखिरकार चंद मुस्लिम अपने निजी आर्थिक लाभ के लिये कब तक गौहत्या का अपराध करते रहेंगें? ये उचित समय है देश का आम मुसलमान गौ हत्या के विरोध में खुलकर आवाज़ उठाये व उन चंद मुस्लिमों का सामाजिक व आर्थिक बहिष्कार करे जो गौहत्या के कारोबार में लिप्त हैं। गौहत्या इसलिये होती है कि लोग उसका गोश्त सस्ता मिलनें की वजह से खरीदते हैं। अगर लोग खरीदना बंद कर देंगें तो गाय काटने वाले अपने आप गाय काटना छोड़ देंगें। मुस्लिम धर्मगुरुओं राजनीतिक लोगों बुद्धिजीवियों को ये मुहिम तुरंत शुरू करनी चाहिये। ये देश समाज व स्वंय मुस्लिम समुदाय के हित में होगा। जुमे की नमाज़ के बाद खुतबों में व अन्य धार्मिक मौकों पर इसका प्रचार किया जाना चाहिए।