घटना से आक्रोशित व्यापारियों का कहना है कि सिपाहियों के निलंबन से ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी। पुलिस के आला अफसरों को इन पर केस दर्ज करके सख्त कार्रवाई करनी होगी, ताकि इसका सही संदेश पहुंचे और इस तरह की ज्यादती बंद हो। इस दौरान अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के अध्यक्ष सुमंत गुप्ता ने कहा कि पुलिस व्यापारियों के धैर्य की परीक्षा न ले। यदि दोषी सिपाहियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम सड़क पर उतरेंगे।
वहीं राष्ट्रीय लोकदल के ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस गुंडागर्दी पर उतर आयी है। व्यापारियों को पीटा जा रहा है। जबरदस्ती चालान काटे जा रहे हैं। बिजली व्यवस्था पहले से चौपट चल रही है। यदि इनमें सुधार नहीं हुआ तो हमें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
एसएसपी की थाना प्रभारियों को हिदायत
वहीं घटना के बाद एसएसपी बबलू कुमार ने सभी थाना प्रभारियों को हिदायत देते हुए कहा कि जनता के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सख्ती अपनी जगह है, इसके लिए गलती के अनुरूप कार्रवाई की जाए। चालन काटें, केस दर्ज करें, लेकिन दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए।
ये है पूरा मामला
बुधवार को कमला नगर के ब्लॉक सी-32 के रहने वाले ट्रांसपोर्टर राकेश गुप्ता सुबह करीब नौ बजे मेडिकल स्टोर पर दवा लेने के लिए स्कूटर से गए थे। घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर जब उन्होंने पुलिस को चेकिंग करते देखा तो उन्हें याद आया कि वे हेलमेट नहीं लेकर आए हैं। लिहाजा उन्होंने घर की ओर अपना स्कूटर मोड़ लिया। इस दौरान हैड कांस्टेबिल राकेश शर्मा और कांस्टेबिल दिनेश भी बाइक से उनका पीछा करते हुए उनके घर तक आ गए। पीड़ित व्यवसायी के अनुसार जैसे ही उन्होंने घर के बाहर स्कूटर रोका, पुलिसकर्मियों ने उनको डंडे से पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान कॉलोनी के अन्य लोग भी इकट्ठे हो गए।
देखते ही देखते तमाम व्यापारियों की भीड़ जुट गई। व्यापारी काफी आक्रोशित थे। सूचना मिलने पर मेयर नवीन जैन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन देकर किसी तरह व्यापारियों को शांत कराया। पुलिस द्वारा पिटाई की घटना ट्रांसपोर्टर के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसके बाद एसएसपी बबलू कुमार ने हैड कांस्टेबिल राकेश शर्मा और कांस्टेबिल दिनेश को निलंबित कर दिया।