समय पर सही तरीके से इलाज न लेने पर फेफड़ा संबंधी रोग टीबी का रूप ले लेती है। टीबी से ग्रसित लोगों के परिजनों को यह बीमारी न लगे इसके लिए विशेष सतर्कता की आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा समय समय पर चलाए जाने वाले अभियान में छह साल से छोटे बच्चों को आईएनएच टेबलेट और उपचार कराने वाला व्यक्ति एमडीआर मरीज न हो जाये इसके लिए उन्हें भी उचित परामर्श देते हुए नियमित दवा खाने, पंजीकृत मोबाइल नंबर को सदैव चालू रखने व नियमित दवा का सेवन करने के की सलाह दी जाती है। सरकारी योजना के तहत टीबी मरीजों को 500 रुपए प्रति माह की दर से खान-पान में सुधार के लिए उनके खाते में भेजे जाते हैं। इस कार्यक्रम में अवसर जनआधार कल्याण समिति के अंकेक्षक विजय कुमार वर्मा, अंकित वर्मा सहित महक, इकरा, अल्फरा, अलीशान, अल्तमश, साज़िद, सुहैल, शुमायला, रिहान, सैफ, अमन, आदिल, इलमा व अन्य छात्र छात्राएं और शिक्षक मौजूद रहे।