70 लाख रुपये देती है सरकार हर साल
एसएन मेडिकल कॉलेज की कैंसर रोग विभाग की प्रमुख डॉ. सुरभि गुप्ता का कहना है कि कुछ दवाएं नहीं मिल रही हैं, जिनकी आपूर्ति जल्द होने की उम्मीद है। जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए सरकार हर साल 70 लाख रुपये का बजट एसएन मेडिकल कॉलेज के कैंसर रोग विभाग को देती है। यह बजट फरवरी माह में ही खत्म हो गया था। इसके बाद से कैंसर रोग विभाग में मरीजों को नि:शुल्क दवाएं मिलनी बंद हो गई थीं। लेकिन, कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सरोज सिंह ने कुछ दवाएं स्टोर से दिलवाई हैं। इसकी मदद से काम चल रहे हैं। पांच-छह दवाओं की आपूर्ति हो गई है।
एसएन मेडिकल कॉलेज की कैंसर रोग विभाग की प्रमुख डॉ. सुरभि गुप्ता का कहना है कि कुछ दवाएं नहीं मिल रही हैं, जिनकी आपूर्ति जल्द होने की उम्मीद है। जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए सरकार हर साल 70 लाख रुपये का बजट एसएन मेडिकल कॉलेज के कैंसर रोग विभाग को देती है। यह बजट फरवरी माह में ही खत्म हो गया था। इसके बाद से कैंसर रोग विभाग में मरीजों को नि:शुल्क दवाएं मिलनी बंद हो गई थीं। लेकिन, कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सरोज सिंह ने कुछ दवाएं स्टोर से दिलवाई हैं। इसकी मदद से काम चल रहे हैं। पांच-छह दवाओं की आपूर्ति हो गई है।
शासन से की गई एक करोड़ रुपये की मांग
डॉ. सरोज सिंह का कहना है कि असाध्य रोग योजना के फंड में एक करोड़ की मांग शासन से की गई है। उम्मीद है कि जल्द ही फंड जारी हो जाएगा और मरीजों का उपचार सुचारू हो जाएगा। इस बीच डॉ. सुरभि गुप्ता ने कहा कि स्टोर में काफी दवाएं हैं। जो दवाएं नहीं मिल रही हैं, उनके लिए आॅर्डर कर दिया गया है। चार-पांच दिनों में आपूर्ति हो जाएगी। इलाज रुका नहीं है। मरीजों का उपचार किया जा रहा है और आवश्यक दवाएं भी दी जा रही हैं। कई इंजेक्शन हैं, जो नि:शुल्क लगाए जा रहे हैं। जो दवाएं नहीं मिल पा रही हैं, उसकी आपूर्ति होते ही मरीजों को मुफ्त में मिलने लगेंगी।हालांकि मरीजों को नि:शुल्क सारी दवाएं ना मिलने से मुश्किलें हो सकती हैं। लेकिन, मरीजों को दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
डॉ. सरोज सिंह का कहना है कि असाध्य रोग योजना के फंड में एक करोड़ की मांग शासन से की गई है। उम्मीद है कि जल्द ही फंड जारी हो जाएगा और मरीजों का उपचार सुचारू हो जाएगा। इस बीच डॉ. सुरभि गुप्ता ने कहा कि स्टोर में काफी दवाएं हैं। जो दवाएं नहीं मिल रही हैं, उनके लिए आॅर्डर कर दिया गया है। चार-पांच दिनों में आपूर्ति हो जाएगी। इलाज रुका नहीं है। मरीजों का उपचार किया जा रहा है और आवश्यक दवाएं भी दी जा रही हैं। कई इंजेक्शन हैं, जो नि:शुल्क लगाए जा रहे हैं। जो दवाएं नहीं मिल पा रही हैं, उसकी आपूर्ति होते ही मरीजों को मुफ्त में मिलने लगेंगी।हालांकि मरीजों को नि:शुल्क सारी दवाएं ना मिलने से मुश्किलें हो सकती हैं। लेकिन, मरीजों को दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।