मामला अबू उलाह दरगाह पानी की टंकी के पास रहने वाले जूता श्रमिक अनवर की पत्नी यास्मीन ने एक पुत्री को जन्म दिया था। नवजात की पीलिया होने के कारण बीते गुरुवार की रात मौत हो गई। परिजनों ने बालिका के शव को कब्रिस्तान में दफन कर दिया। दो दिन वह कब्र पर फूल चढ़ाने के बाद फातिहा पढ़ने जा रहा था, लेकिन जब वह कब्र पर पहुंचा, तो वहां का नजारा देख उसके होश उड़ गए। कफन कब्र से बाहर पड़ा हुआ था। कब्र की मिट्टी बिखरी पड़ी हुई थी। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि आखिर हुआ क्या है। सूचना पर बस्ती के लोग भी मौके पर पहुंच गए। पहले शक हुआ, कि कोई जानवर तो कहीं शव को खींच ले गया है, लेकिन जब वहां देखा गया, तो उससे बिलकुल भी ये नहीं लग रहा था, कि ये काम किसी जानवर का है। क्योंकि कब्र से पहले ईंटों को हटाया गया था।
परिजनों की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। कब्र से शव किसने निकाला इस बात की गुत्थी में पुलिस भी उलझ गई है। इस मामले में एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है। वहीं बताया ये गया है कि इस कब्रिस्तान में से किसी कब्र से शव गायब होने की यह पहली वारदात है, इससे पहले यहां ऐसा कभी भी नहीं हुआ। वहीं लोगों में घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त है।