मांगों पर सरकार विचार नहीं कर रही शुक्रवार को आगरा कलक्ट्रेट में लिपिक बांह में काली पट्टी बांधकर कार्य करते दिखाई दिए। उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रीयल कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ आगरा के जिलाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष राजकुमार चौहान ने बताया कि हमारा शांतिपूर्वक विरोध चल रहा है। उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रीयल कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ की पिछले महीने बैठक हुई थी। इसमें बताया गया कि हमारी 24 सूत्री मांगों को लेकर सरकार ने कोई विचार नहीं किया है। इसके बाद कार्यकारिणी ने तय किया था कि 19 जुलाई से 22 जुलाई तक काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। हमने आंदोलन शुरू कर दिया है।
लखनऊ में भी करेंगे प्रदर्शन श्री चौहान ने बताया कि अगर इसके बाद भी कोई विचार नहीं किया तो 23 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जवाबी पोस्टकार्ड भेजेंगे। उन्हें अपनी मांगों के संबंध में याद दिलाएंगे। फिर भी सुनवाई नहीं हुई तो 21 अगस्त को धरना प्रदर्शन और तालाबंदी करेंगे। अगर सरकार ने भी फिर भी ध्यान न दिया तो 16 सितम्बर, 2019 को जीपीओ पार्क, हजरतगंज पार्क, लखनऊ में उत्तर प्रदेश के सभी कलक्ट्रेट कर्मचारी धरना-प्रदर्शन करेंगे। मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। मुख्य मांग है कि कलक्ट्रेट को मिनी सचिवालय घोषित किया जाए। ग्रेडपे दिया जाए। सही तरीके से समायोजन हो।
17 जुलाई को हुई थी बैठक इससे पूर्व 17 जुलाई को उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रीयल कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ की बैठक हुई। इसमें आंदोलन को चरणबद्ध ढंग से चलाने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक की अध्यक्षता राजकुमार चौहान ने की। बैठक में प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, रविन्द्र भदौरिया, नरेन्द्र कुमार भारद्वाज, महीप किशोर सिंघल, खजान सिंह, कमलेश भसीन, ओम प्रकाश शर्मा, संतोष कुमार शर्मा, राजकुमार गर्ग, ब्रजभूषण शर्मा, कैलाश अग्रवाल, ज्योतिबाला जैन, मैरी गुलाब कुंजरू, आशा चाहर, शहनाज बेगम, सुषमा गौड़, मीनू नीलम, पूर्णिमा आनंद, पवन कुमार, रामनरेश, जितेन्द्र सिंह, सचिन, तुषार सक्सेना, देवकुमार, कृष्णा, प्रमोद कुमार, आरिफ हुसैन, सोबरन सिंह, नरेन्द्रपाल सिंह, संजय जैन, आनंद स्वरूप, देवेन्द्र सिंह, जितेन्द्र प्रताप सिंह, पीके सिंह, सियाराम, अजीमउद्दीन, नत्थीलाल, विवेक सक्सेना, रवि कुमार आदि मौजूद थे।