आगरा-कानपुर हाईवे पर लूट की वारदातों में निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही थी। एत्मादपुर क्षेत्र के पास लगातार एक महीने में कई घटनाएं घटित हुई। जिसके चलते एसएसपी अमित पाठक ने छलेसर चौकी इंचार्ज अश्वनी मिश्रा को लाइन हाजिर भी कर दिया था। चौकी इंचार्ज पर आरोप था की लूट हो जाने के बाद उन्होंने पीड़ित की सुनवाई नहीं की। हाईवे के इन लुटेरों को पकड़ने के लिए एसएसपी ने संयुक्त टीम गठित की थी। इस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
आधा दर्जन लुटेरे पुलिस टीम के हाथ लग गए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कन्नौज निवासी राजा इस गैंग का लीडर है। इसके अलावा इसका भाई रोहित निवासी सुंदरपाड़ा, कन्नौज निवासी धर्मा, करण, रोहन, मैनपुरी निवासी बृजेश गिरफ्तार किया है। दो लुटेरे फरार हैं। आगरा में इस गैंग ने दर्जनों वारदातों को अंजाम दिया है। लूट करने वाले इस गैंग को जिला जेल के एक सिपाही का संरक्षण मिलता था। हालांकि उस सिपाही की भूमिका क्या है, इस बात की अभी जांच की जा रही है। सूत्रों की मानें तो लुटेरों की गैंग में यह सिपाही भी शामिल है। वहीं लुटरों के गैंग में चांदनी नाम की महिला भी है जो इनके साथ लूट की वारदातों को अंजाम देती थी। टीम में क्राइम ब्रांच प्रभारी रवि त्यागी, प्रभारी इंस्पेक्टर एत्मादपुर अमर सिंह चंदेल, आरक्षी मोहम्मद रियाज, विजय कुमार, प्रशांत कुमार और पंकज यादव थे।