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सर्वाधिक घटनाएं वाहन चोरी की आगरा में सर्वाधिक घटनाएं वाहन चोरी की होती हैं। पुलिस इन वाहन चोरों पर कोई लगाम नहीं लगा पाई है। बीच-बीच में वाहन चोर पकड़े जाते हैं, जेल भेजे जाते हैं और बाहर आकर फिर से वाहन चोरी में लग जाते हैं। थाना हरीपर्वत, थाना न्यू आगरा, थाना सिकंदरा, थाना सदर और थाना ताजगंज में वाहन चोरी की सर्वाधिक वारदातें होती हैं। लूट और चोरी की बात करें कि ये ही थाने सबसे आगे हैं। इन थानों के थानेदार लगातार बदले जा रहे हैं, लेकिन परिणाम अपेक्षाकृत नजर नहीं आ रहा है।
सर्वाधिक घटनाएं वाहन चोरी की आगरा में सर्वाधिक घटनाएं वाहन चोरी की होती हैं। पुलिस इन वाहन चोरों पर कोई लगाम नहीं लगा पाई है। बीच-बीच में वाहन चोर पकड़े जाते हैं, जेल भेजे जाते हैं और बाहर आकर फिर से वाहन चोरी में लग जाते हैं। थाना हरीपर्वत, थाना न्यू आगरा, थाना सिकंदरा, थाना सदर और थाना ताजगंज में वाहन चोरी की सर्वाधिक वारदातें होती हैं। लूट और चोरी की बात करें कि ये ही थाने सबसे आगे हैं। इन थानों के थानेदार लगातार बदले जा रहे हैं, लेकिन परिणाम अपेक्षाकृत नजर नहीं आ रहा है।
यह भी पढ़ें योगी सरकार के इस मंत्री ने कहा सरकारी ही नहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी मिलेगा गरीब मरीजों को उपचार जुआरियों और सटोरियों के खिलाफ अभियान इस समय पुलिस ने जुआरियों और सटोरियों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। सटोरियों का सरगना जेल में है। इससे कुछ के हौसले पस्त हुए हैं, लेकिन नेटवर्क टूटा नहीं है। पहले पुलिस की देखरेख में जुआ हुआ करता था, लेकिन अब पुलिस ही इन्हें जेल भेज रही है।
यह भी पढ़ें नोटबंदी और जीएसटी का बड़ा दुष्प्रभाव, 60 फीसदी सर्राफा व्यवसायी डायबिटीज और बीपी से पीड़ित इन घटनाओं में भी आगे लूट, हत्या, बलवा और घरों में सेंध लगाने की घटनाओं में भी आगरा आगे चल रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक का कहना है कि अब कोई अपराध छिपाया नहीं जा रहा है। हर तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज हो रही है। इस कारण भी संख्या अधिक नजर आ रही है।
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एक नजर आकड़ों पर आगरा में लूट 138, हत्या 91, वाहन चोरी 1450, बलवा 356, सेंधमारी की 290 घटनाएं हुई हैं।
एक नजर आकड़ों पर आगरा में लूट 138, हत्या 91, वाहन चोरी 1450, बलवा 356, सेंधमारी की 290 घटनाएं हुई हैं।
फिरोजाबाद में क्रमशः 47, 65, 308, 159 और 63 घटनाएं दर्ज हुई हैं। मैनपुरी में 37, 53, 184, 149, 54 घटनाएं प्रकाश में आई हैं। मथुरा में लूट की 95, हत्या की 63, वाहन चोरी की 626, बलवा की 279 और सेंधमारी की 192 घटनाएं हुई हैं।
(ये आकड़े एक जनवरी से 15 सितम्बर, 2018 तक के हैं) यह भी पढ़ें लोधी समाज का इतिहास गौरवशाली, युवाओं का अभिनंदन, देखें तस्वीर
नागार्जुन की कविता बढ़ते अपराधों और पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रसिद्ध साहित्यकार नागार्जुन की कविता का उल्लेख जरूरी है। वे लिखते हैं-
नागार्जुन की कविता बढ़ते अपराधों और पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रसिद्ध साहित्यकार नागार्जुन की कविता का उल्लेख जरूरी है। वे लिखते हैं-
जिनके बूटों से कीलित है, भारत मां की छाती, जिनके दीपों में जलती है, तरुण आंत की बाती। जिन्हें अँगूठा दिखा-दिखाकर, मौज मारते डाकू, हावी है जिनके पिस्तौलों पर, गुंडों के चाकू।
चाँदी के जूते सहलाया करती, जिनकी नानी, पचा न पाए जो अब तक, नए हिंद का पानी। जिनको है मालूम ख़ूब, शासक जमात की पोल मंत्री भी पीटा करते जिनकी ख़ूबी के ढोल।