पत्रिका न्यूज नेटवर्कआगरा। डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा में दर्जनों दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी कार्य करते थे, जिन्हें अब हटा दिया गया है। कर्मचारियों को हटाए जाने के विरोध में शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने हंगामा करते हुए कार्य ठप करा दिया। उन्होंने सभी कर्मचारियों को समायोजित कराए जाने की मांग की है।
यह भी पढ़ें— 21 नवंबर के बाद ट्रेनों का किराया होगा कम, यात्रियों को मिलेगी राहत कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकटकर्मचारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय में दैनिक वेतनभोगी 160 कर्मचारी हैं, जो 20 साल से यहां कार्य कर रहे हैं। अब जैम पोर्टल के जरिये निजी कंपनी को टेंडर दे दिया है, इसके चलते इन कर्मचारियों को 29 नवंबर तक ही कार्य करने के लिए नोटिस दिए हैं। ऐसे में यह कर्मचारी कैसे अपनी जीविका चलाएंगे, इसके चलते सुबह 10 बजे से ही कोई कर्मचारी अपने पटलों पर नहीं बैठा और कार्य बहिष्कार कर दिया।
यह भी पढ़ें— बालिका वधु बनने जा रही शादी में पहुंच गई पुलिस, फिर हुआ कुछ ऐसा कि नहीं हुए फेरे कुलसचिव को दिया ज्ञापनकुलसचिव को ज्ञापन देकर कर्मचारियों को समायोजित करने की मांग की है। कुलसचिव ने कुलपति को इस मांग से अवगत कराते हुए जानकारी देने को कहा है। महामंत्री अरविंद गुप्ता ने कहा कि मांग पूरी नहीं हुई तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे। कर्मचारियों के कार्य ठप किए जाने से छात्रों को परेशानी हुई। दूरदराज से अंकतालिका, डिग्री समेत अन्य परेशानियों के लिए आने वाले छात्रों का कार्य नहीं हो पाया।