यह था पूरा मामला
जिला अभिहीत अधिकारी एके सिंह और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राम आशीष मौर्य के नेतृत्व में टीम ने पीर कल्यानी स्थित रसोई रतन के नाम से आटा बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा। यहां पर फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल मिले। टीम ने गोदाम में गेहूं भंडारण की स्थिति देखी तो गेहूं में मरे हुए चूहे मिले। चूहे सड़े हुए थे, उनसे दुर्गंध आ रही थी। इसके अलावा बिल्ली और चूहे का मल भी बिखरा हुआ था। चूहे मारने की दवा भी पाई गई। अधिकारी ने जब इस संबंध में फैक्ट्री मालिक से पूछा कि इस गेहूं से आटा बनाएंगे तो फैक्ट्री स्वामी अपनी गलती मानने के बजाए बोले कि उनके पास आधुनिक मशीन हैं इससे खराब गेहूं को मशीन अलग कर देती है। इस पर अधिकारी ने कहा कि चूहे मारने की दवा और मरे चूहों की दुर्गंध को मशीन कैसे अलग करेगी। दवा से लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव पडे़गा तो क्या होगा, इस पर वो कुछ जवाब नहीं दे पाए। फैक्ट्री में गंदगी थी। सीलन के साथ जाले लगे हुए थे।
जिला अभिहीत अधिकारी एके सिंह और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राम आशीष मौर्य के नेतृत्व में टीम ने पीर कल्यानी स्थित रसोई रतन के नाम से आटा बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा। यहां पर फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल मिले। टीम ने गोदाम में गेहूं भंडारण की स्थिति देखी तो गेहूं में मरे हुए चूहे मिले। चूहे सड़े हुए थे, उनसे दुर्गंध आ रही थी। इसके अलावा बिल्ली और चूहे का मल भी बिखरा हुआ था। चूहे मारने की दवा भी पाई गई। अधिकारी ने जब इस संबंध में फैक्ट्री मालिक से पूछा कि इस गेहूं से आटा बनाएंगे तो फैक्ट्री स्वामी अपनी गलती मानने के बजाए बोले कि उनके पास आधुनिक मशीन हैं इससे खराब गेहूं को मशीन अलग कर देती है। इस पर अधिकारी ने कहा कि चूहे मारने की दवा और मरे चूहों की दुर्गंध को मशीन कैसे अलग करेगी। दवा से लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव पडे़गा तो क्या होगा, इस पर वो कुछ जवाब नहीं दे पाए। फैक्ट्री में गंदगी थी। सीलन के साथ जाले लगे हुए थे।
गेहूं कराया नष्ट
एफएसडीए के अधिकारियों ने करीब एक कुंतल खराब गेहूं को नष्ट कराया है। बताया गया है कि उस समय फैक्ट्री में तैयार आटा नहीं था। टीम ने तैयार किए जा रहे दलिया और बेसन के नूमने लिए हैं। फैक्ट्री में नौ कर्मचारी काम कर रहे थे। ये लोग एप्रिन और मास्क नहीं पहने थे। इसे जांच के लिए भेजा गया है। फैक्ट्री स्वामी को नोटिस दिया गया है।
एफएसडीए के अधिकारियों ने करीब एक कुंतल खराब गेहूं को नष्ट कराया है। बताया गया है कि उस समय फैक्ट्री में तैयार आटा नहीं था। टीम ने तैयार किए जा रहे दलिया और बेसन के नूमने लिए हैं। फैक्ट्री में नौ कर्मचारी काम कर रहे थे। ये लोग एप्रिन और मास्क नहीं पहने थे। इसे जांच के लिए भेजा गया है। फैक्ट्री स्वामी को नोटिस दिया गया है।