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बुक क्लब की संयोजिका शिवानी चतुर्वेदी जी ने कहा कि वर्तमान में हमें गली बुक क्लब, नुक्कड़ बुक क्लब, मौहल्ला बुक क्लब जैसे अन्य प्लेटफार्म की आवश्यकता है। जिससे हम के युवाओं की पुस्तकों के प्रति घट रही रुचि को बढ़ा सकें। कहा कि पुस्तकों का कोई विकल्प नहीं है और न कभी होगा। यह समय का चक्र है, जिसकी सुई एक बार फिर किताबों की और घूमेगी। इस अवसर पर प्रो. वशनी शर्मा, कैप्टन रेखा कपूर, प्राची दजैन, स्वपना गुप्ता, मोनिका सिंह।
बुक क्लब की संयोजिका शिवानी चतुर्वेदी जी ने कहा कि वर्तमान में हमें गली बुक क्लब, नुक्कड़ बुक क्लब, मौहल्ला बुक क्लब जैसे अन्य प्लेटफार्म की आवश्यकता है। जिससे हम के युवाओं की पुस्तकों के प्रति घट रही रुचि को बढ़ा सकें। कहा कि पुस्तकों का कोई विकल्प नहीं है और न कभी होगा। यह समय का चक्र है, जिसकी सुई एक बार फिर किताबों की और घूमेगी। इस अवसर पर प्रो. वशनी शर्मा, कैप्टन रेखा कपूर, प्राची दजैन, स्वपना गुप्ता, मोनिका सिंह।