प्रवीण गुप्ता ने 10 अक्टूबर के दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) में महा प्रबंधक वित्त एवं लेखा के तौर पर जॉइन किया था। दो दिन के अंदर ही 12 अक्टूबर को उन्हें निलंबित कर दिया गया। पावर कार्पोरेशन (यूपीपीसीएल) में कर्मचारियों के भविष्य निधि के निवेश में करोड़ों के घोटाले का आरोप है। जानकारी के मुताबिक बीच में लखनऊ से एक दो बार टीम जांच के लिए आगरा भी आई लेकिन प्रवीण गुप्ता नहीं मिले।
फिलहाल वह आगरा के फ्रेंडस गार्डन में फ्लैट किराए पर लेकर रह रहे थे। शनिवार को ऊर्जा मंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने शासन के गृह विभाग एवं पुलिस महानिदेशक को दोषियों के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। देर रात प्रवीण गुप्ता को गिरफ्तार कर लखनऊ ले जाया गया।
वर्जन डीएचएफएल में कर्मचारियों की भविष्य निधि के निवेश का मामला गंभीर है। इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यूपीपीसीएल के सभी कार्मिक मेरे परिवार के सदस्य हैं, किसी का कोई अहित न हो सरकार यह सुनिश्चित करेगी।
श्रीकांत शर्मा, ऊर्जा मंत्री