— ताजगंज आगरा के विद्युत शवदाह ग्रह पर भट्टियों ने काम करना बंद कर दिया, उसके बाद उन्हें ठीक कराने का काम शुरू कराया गया।
पत्रिका न्यूज नेटवर्कआगरा। आगरा में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामले और लगातार हो रहीं मौत को लेकर विद्युत शवदाह ग्रह पर भार बढ़ गया है। ऐसे में शवदाह ग्रह पर संचालित मशीनें भी पिघलने लगीं औैर काम करना बंद कर दिया। अब मशीनों को ठीक कराने का काम शुरू कराया गया है। विद्युत शवदाह ग्रह की मशीनें बंद होने के बाद लकड़ी वाले शवदाह ग्रह पर शवों की संख्या बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें— मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से गायब हो गया कोरोना संक्रमित मरीज, परिजनों ने किया हंगामा लगातार हो रहा अंतिम संस्कारताजगंज के विद्युत शवदाह ग्रह पर लगातार मरने वालों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। भट्टियां लगातार काम करने की वजह से पिघलने लगी हैं। इस शवदाह ग्रह पर चार भट्टियां संचालित हो रहीं हैं। इनमें से दो भट्टी सोमवार तो दो बुधवार को बंद हो गईं थीं। इसके चलते शव लेकर आने वाले लोगों को कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा। विद्युत शवदाह गृह के प्रभारी संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि एक हफ्ते में दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब 30 शव ही पहुंचे हैं। इससे पहले 15 दिनों में दो दिन छोड़कर हर रोज 40 से 50 शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे हैं। कम संख्या में शव पहुंचने के बाद भी अंतिम संस्कार के लिए चार घंटे का इंतजार करना पड़ा। विद्युत शवदाह ग्रह पर भट्टियों के बंद होने के बाद लकड़ी वाले शवदाह ग्रहों पर शवों की संख्या बढ़ने लगी है।