ये है मामला
बता दें कि आगरा फतेहपुर सीकरी रोड पर वर्ष 2008 बसपा शासन काल में यूपी सरकार ने तहसील किरावली के गांव महुअर, पाली सदर, बरोदा सदर के किसानो की उपजाऊ जमीन को लेदर पार्क बनाने के लिए अधिग्रहत किया था। उस समय सरकान ने किसानों से परिवार के एक सदस्य को पार्क में नौकरी व योजना के अन्तर्गत अन्य लाभ देने का वायदा किया था। जिस पर किसान राजी हो गए। यूपी सरकार ने 10.28 लाख रुपए प्रति बीघा के हिसाब से किसानों की 111.39 हैक्टेयर जमीन को लेदर पार्क बनाने के लिए अधिग्रहत किया था। जिसके बाद लेदर पार्क बनने का काम शुरू हो गया। पार्क में बाउंड्रीबाल व बिजली के खंम्बे अथवा सड़क डलनी शुरू हो गई। लेकिन एनजीटी ने साल 2010 में पर्यावरण खराब होने का हवाला देकर काम को बंद करा दिया। यह भी पढ़ें– तीन लाख निरंकारी भक्त करेंगे 1166 अस्पतालों की सफाई
तहसील में धरने पर बैठे थे किसान
किसानों की सरकार से मांग है कि उन्हें जमीन का चार गुना मुआवजा चाहिए। इसके अलावा भी किसानों की कई मांगे हैं। अपनी मांगों को लेकर कुछ दिन पहले किरावली तहसील के परिसर में किसान धरने पर बैठे थे। तब सम्पूर्ण समाधान दिवस में आए मण्डलायुक्त अनिल कुमार तृतीय को किसानों ने अपनी मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद कमिश्नर ने किसानों की समस्याओं को लेकर शासन से बात करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद किसान अपनी समस्याओं को लेकर मुख्य विकास अधिकारी जे रीभा से भी मिले। किसानों ने सीडीओ से उनकी समस्याओं को लेकर शासन से बात करने की मांग की। पीड़ित किसानों ने एसडीएम किरावली महेश कुमार गुप्ता से भी मुलाकात की। लेकिन अधिकारियों से किसानों को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी। यह भी पढ़ें– सेना भर्ती रद्द होने से मायूस हुए अभ्यार्थी
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
शानिवार दोपहर एक बजे पीड़ित किसान एसडीएम किरावली महेश कुमार गुप्ता के कार्यालय पर पहुंच गए। वहां पर उन्होंने एसडीएम को किसानों की समस्याओं की अनदेखी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों ने कहा है कि तमाम शिकायतों के बाद भी समस्या का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। ज्ञापन में कहा है कि किसान सरकार की उपेक्षा से आहत है। इसको लेकर किसानों में सरकार के खिलाफ आक्रोश है। सरकार की उपेक्षा से आक्रोशित किसानों ने 24 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने आत्मदाह करने का निर्णय लिया है।
ये रहे मौजूद
ज्ञापन देने वालों में सुखवीर सिंह, गिर्राजसिंह, रनधीर सिंह, मेहताब, राकेश सोलंकी, केदार सिंह, भीमसिंह, थानसिंह, पप्पू, करतार, चन्द्रभान, भगवान सिंह, राजन सिंह, जगमोहन, गजेन्द्र सिंह आदि किसान मौजूद रहे।
इनपुट: देवेश शर्मा