खेलो पत्रिका Flash Bag NaMo9 Contest और जीतें आकर्षक इनाम, कॉन्टेस्ट मे शामिल होने के लिए http://flashbag.patrika.com पर विजिट करें। बाबूलाल का काम करने का तरीका अलग है
चौधरी उदयभान सिंह ने कहा- चौधरी बाबूलाल से मेरी कभी तल्खी नहीं रही। उनका काम करने का तरीका अलग और मेरा काम करने का तरीका अलग है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कारों से मैं पला हूं, उसी के तहत काम करता हूं। बाबूलाल के साथ मतभेद हो सकता हैं, लेकिन मनभेद नहीं रहा। उनका आदर आज भी करता हूं। उनकी स्पष्टवादिता, उनकी ठसक, उनकी ठनक को मैं आज भी सलाम करता हूं। राजकुमार चाहर से मेरे पिता-पुत्र के संबंध में हैं। राजनीति के कम और पारिवारिक और रक्त के संबंध अधिक है। मैं राजकुमार चाहर के साथ अंतरआत्मा की आवाज के साथ हूं। मुझे लगा कि चुनाव राजकुमार चाहर नहीं, मेरा बेटा लड़ रहा है। मेरे मन में आज भी यह है कि मेरा बेटा सांसद बना है।
चौधरी उदयभान सिंह ने कहा- चौधरी बाबूलाल से मेरी कभी तल्खी नहीं रही। उनका काम करने का तरीका अलग और मेरा काम करने का तरीका अलग है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कारों से मैं पला हूं, उसी के तहत काम करता हूं। बाबूलाल के साथ मतभेद हो सकता हैं, लेकिन मनभेद नहीं रहा। उनका आदर आज भी करता हूं। उनकी स्पष्टवादिता, उनकी ठसक, उनकी ठनक को मैं आज भी सलाम करता हूं। राजकुमार चाहर से मेरे पिता-पुत्र के संबंध में हैं। राजनीति के कम और पारिवारिक और रक्त के संबंध अधिक है। मैं राजकुमार चाहर के साथ अंतरआत्मा की आवाज के साथ हूं। मुझे लगा कि चुनाव राजकुमार चाहर नहीं, मेरा बेटा लड़ रहा है। मेरे मन में आज भी यह है कि मेरा बेटा सांसद बना है।