scriptअपहरण के 14वें दिन अधिवक्ता अकरम अंसारी बरामद, परिजनों से 11 लाख रुपये वसूल चुके थे बदमाश, जानिए पूरा मामला! | firozabad lawyer recovered from Dholpur after kidnapping Full story | Patrika News

अपहरण के 14वें दिन अधिवक्ता अकरम अंसारी बरामद, परिजनों से 11 लाख रुपये वसूल चुके थे बदमाश, जानिए पूरा मामला!

locationआगराPublished: Feb 18, 2020 01:34:46 pm

Submitted by:

suchita mishra

धौलपुर में बाड़ी के ग्राम रहे में रखा गया था।छह अभियुक्त गिरफ्तार, दो हो गए फरार।बदमाशों से 12.50 लाख रुपये बरामद।

अधिवक्ता अकरम अंसारी बरामद

अधिवक्ता अकरम अंसारी बरामद

आगरा। फिरोजाबाद के अधिवक्ता अकरम अंसारी के मामले में पुलिस के अथक प्रयास हैं। बदमाशों ने 55 लाख रुपये फिरौती में मांगे थे। अकरम अंसारी के परिजन तीन बार में 11 लाख रुपये फिरौती के रूप में दे चुके थे। इसके बाद भी बदमाशों ने अधिवक्ता को रिहा नहीं किया था। इससे पुलिस को यह आशंका सता रही थी कि कहीं अकरम की हत्या तो नहीं कर दी है। इसके बाद पुलिस ने प्रयास और तेज कर दिए। अंततः 14वें दिन सोमवार की रात्रि में अकरम को बरामद कर लिया गया। पुलिस ने अभियुक्तों से 12.50 लाख रुपये बरामद किए हैं। छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो अभियुक्त फरार हैं।
तीन फरवरी को हुआ था अपहरण
तीन फरवरी को अंकरम अंसारी एडवोकेट पुत्र मोहम्मद आरिफ निवासी मोहल्ला राजपुताना थाना दक्षिण जनपद फिरोजाबाद अपने रिश्तेदार को देखने के लिए फिरोजाबाद से श्रीराम हॉस्पीटल आगरा आया था। उसके बाद अपने साढू फैज अंसारी के यहां पहुंचे। फैज अंसारी ने उनको कारगिल पेट्रोल पम्प के पास छोड़ दिया। घर वापस न पहुचने पर अकरम अंसारी के भाई असलम ने पांच फरवरी, 2020 को थाना सिकन्दरा पर अकरम अंसारी के अपहरण एवं फिरौती की मांग के सम्बंध में मुकदमा पंजीकृत कराया था। अपहृत की सकुशल बरामदगी व अपहृताओं की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन अजय आनंद के मार्गदर्शन में पुलिस महानिरीक्षक आगरा परिक्षेत्र आगरा ए सतीश गणेश के निर्देशन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद आगरा बबलू कुमार के आदेशानुसार पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा एक टीम व पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पश्चिमी के निर्देशन में दूसरी टीम का गठन किया गया।
अधिवक्ता अकरम अंसारी बरामद
फिरौती के लिए तीन बार आया फोन
इसी दौरान दिनांक पांच फरवरी, 2020 को वादी असलम के पास एक फोन आया। वादी से अपने भाई की सकुशल बरामदगी हेतु अपहरणकर्ताओं ने 55 लाख रुपये की मांग की। यह कॉल राजस्थान के रूपवास भरतपुर के बीहड़ से आई थी। गठित पुलिस टीमों के द्वारा अपहृत अधिवक्ता अकरम अंसारी के जाने के रास्ते, आईएसबीटी, भगवान टॉकीज, रामबाग, नुनिहाई, यमुना किनारा रोड़, अमर होटल तिराहा, ग्वालियर रोड के समस्त सीसीटीवी को चेक किया गया। सैंया टोल से जाने वाली प्रत्येक वाहनों को गहनता से चेक किया गया। आठ फरवरी, 2020 को दूसरी रेन्सम कॉल आई, जिसका फोन एवं सिम खेरागढ़ मनोज के यहां से फर्जी आईडी से खरीदा गया था। खेरागढ़ के आस-पास के सीसीटीवी कैमरे देखे गये तो उसमें दो व्यक्तियों की धुंधली सी फोटो प्राप्त हुई। उसी आधार पर इनकी पहचान कराने का प्रयास किया जाने लगा। एक मोबाइल फोन कागारोल से खरीदा गया था। वहां के आस-पास के सीसीटीवी केमरे भी चेक किये गये। जमीनी सूचना एवं इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के माध्यम से प्राप्त जानकारियों को एकत्रित कर उनका गहनता से विश्लेषण किया गया। आसपास के जनपदों, राजस्थान, मध्यप्रदेश में इस प्रकार की घटना करने वाले गैंगों के सम्बंध में डाटा एकत्रित किया गया। इसी क्रम में 13 फरवरी 2020 को फिर फिरौती के लिए फोन आया।
पुलिस के सामने मुश्किल
गठित पुलिस टीम द्वारा जनपद मुरैना, जनपद धौलपुर, भरतपुर, फिरोजाबाद, मथुरा में पूर्व में हुए समस्त अपहरणों के पीड़ितों एवं वादियों से मिलकर उनके साथ हुई सम्पूर्ण घटना के बारे में जानकारी की गयीय़ अपहृतों के रखने के स्थान (बीहड़ या कमरा) के सम्बंध में एवं उनके खान-पान, हथियार, उनकी भाषा, संलिप्त अपराधियों के उपलब्ध फोटो को दिखाकर मिलान का प्रयास किया गया। चूंकि धौलपुर क्षेत्र में वर्तमान में भी डकैतों के कई गैंग जैसे गब्बर गैंग, केशव गैंग, रामविलास/भरत गैंग, धर्मेन्द्र लुक्का गैंग, मुकेश ठाकुर गैंग, आदि सक्रिय हैं, जो समय-समय पर फिरौती हेतु अपहरण कारित करते हैं। इन गैंगों पर अन्य धाराओं में भी मध्य नप्रदेश, राजस्थान, उ0प्र0, आदि राज्यों में संगीन अभियोग पंजीकृत हैं। पुलिस टीम के सामने धौलपुर, भरतपुर, मुरैना, के बीहड़ की कठिन भौगोलिक की परिस्थितियां साक्ष्य संकलन एवं ऑपरेशन किये जाने में प्रतिकूल थी। संकरे रास्ते, पहाड़ी क्षेत्र, कटीली झाड़ियां गहरी खाइयां हैं और सामाजिक परिवेश भी अलग है। इसके बावजूद पुलिस टीम अपराधियों को चिन्हित करने में सफलता प्राप्त की।
हत्या का डर
16 फरवरी, 2020 को वादी ने बताया कि उसने अपने भाई को सकुशल मुक्त करने के लिए 11 लाख रुपये फिरौती दे दी है, लेकिन भाई को छोड़ा नहीं है। अब पुलिस टीम के सामने और भी गम्भीर चुनौती पैदा हो गई थी कि कहीं अपराधियों ने अपहृत की हत्या तो नहीं कर दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद आगरा के द्वारा सभी टीमों को एकत्रित कर सभी टीमों का कार्य वितरण किया गया। व्हाट्सप ग्रुप तैयार किया गया। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व अन्य तकनीकी सहयोग के माध्यम से मुखबिर की सूचना के आधार पर अभियुक्तों व अपहृत को सकुशल बरामद करते हुए फिरौती में दी गयी रकम में से 10 लाख रूपये बरामद कर लिए गए।
उग्रसेन के मकान से बरामद
इसी क्रम में गठित पुलिस टीम सर्विलांस लोकेशन के आधार पर अपहृत की बरामदगी हेतु ग्राम रहे थाना बाड़ी, धौलपुर, राजस्थान पहुंची। प्रथम टीम में प्रभारी निरीक्षक अरविन्द कुमार, निरीक्षक नरेन्द्र कुमार व द्वितीय टीम में उप निरीक्षक (उ.नि.) कुलदीप दीक्षित थे। टीम ने लोकेशन के आधार पर उग्रसेन के मकान से अपह्रत को सकुशल बरामद कर लिया। मौके से अभियुक्त उग्रसेन को गिरफ्तार कर लिया गया। उग्रसैन के मकान को घेरकर दबिश दी गयी तो पुलिस वालों को देखकर घर के अन्दर से अभियुक्त दीवारें कूदकर भागने लगे। पुलिस तीन व्यक्तियों को आवश्यक बल प्रयोग कर घर के अन्दर दबोच लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से दो अंगोछे, जिनसे अपहृता को बांधकर रखा गया था, बरामद किया गया।
भगवान टॉकीज चौराहा से अपहरण किया था
पुलिस टीम द्वारा पूछताछ की गयी तो पहले व्यक्ति ने अपना नाम उग्रसेन पुत्र मुंशीराम निवासी रहे थाना बाडी जनपद धौलपुर उम्र करीब 56 वर्ष बताया। उसकी जामा तलाशी में नकद एक लाख रुपेय बरामद हुये। दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम लाखन पुत्र सोबरन निवासी सूखे का पुरा थाना कंचनपुर जनपद धौलपुर राजस्थान उम्र 49 वर्ष बताया। उससे एक लाख रुपये बरामद हुए। पकडे गये तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम सुरेन्द्र पुत्र रामवीर निवासी कुआंखेडा बिहारी का पुरा थाना सदर जनपद धौलपुर राजस्थान उम्र 38 वर्ष बताया। उससे भी एक लाख रुपये बरामद हुए। अभियुक्तों ने बताया अकरम अंसारी को भगवान टाकीज चौराहा आगरा से फिरौती वसूलने हेतु पकड़ा था, जिसे छोड़ने के लिये यह रकम प्राप्त की है। यह रुपये हम तीनों के हिस्से के हैं। इस काम में हमारे तीन अन्य साथी राकेश और मुकेश पुत्रगण बनैसिंह निवासी जमूहरा थाना बाडी जनपद धौलपुर राजस्थान व समुन्दर निवासी जमूहरा साथ में थे। जो इस समय बाकी के रुपये व अकरम अंसारी के साथ राकेश के मकान में है।
घर से बरामद हुआ बैग
पुलिस टीम अभियुक्त उग्रसेन के बताये अनुसार रेलवे रोड पर राजू के मकान पर पहुंची। राजू के मकान को चारों तरफ से घेर लिया। दबिश दी गयी तो मकान में अन्दर दो व्यक्ति मौजूद मिले। उग्रसैन ने कहा कि यही राकेश व मुकेश हैं। पुलिस वालों ने दोनों को पकड़ लिया। एक व्यक्ति अंधेरे का फायदा उठाकर मकान की छतों से होकर फरार हो गया। पकडे गये दोनों व्यक्तियों से नाम पता पूछते हुये जामा तलाशी ली गयी। उनसे दो लाख रुपये बरामद हुए। संयुक्त रूप से अपराध करने के निमित्त ए कार खरीदने के लिए रखे 5 लाख रूपये व वादी का दिया गया बैग अभियुक्त उग्रसेन की पत्नी उर्मिला की निशानदेही पर उग्रसेन के घर से बरामद कर लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त
1. उग्रसेन पुत्र मुंशीराम निवासी रहे थाना बाडी जनपद धौलपुर उम्र करीब 56 वर्ष।
2. लाखन पुत्र सोवरन निवासी सूखे का पुरा थाना कंचनपुर जनपद धौलपुर राजस्थान उम्र 49 वर्ष।
3. सुरेन्द्र पुत्र रामवीर निवासी कूआखेडा बिहारी का पुरा थाना सदर जनपद धौलपुर राजस्थान उम्र 38 वर्ष।
4. राकेश पुत्र बनैं सिंह निवासी जमूहरा थाना बाडी सदर जनपद धौलपुर राजस्थान उम्र करीब 27 वर्ष।
5. मुकेश पुत्र बनैसिंह निवासी जमूहरा थाना बाडी सदर जनपद धौलपुर राजस्थान उम्र करीब 22 वर्ष।
6. उर्मिला पत्नी उग्रसेन निवासी रहे थाना बाड़ी, जनपद धौलपुर, राजस्थान।
फरार अभियुक्त
1. समुन्द्र पुत्र रमेश निवासी जमूहरा थाना बाडी सदर जनपद धौलपुर राजस्थान।
2. रेखा पत्नी राकेश निवासी जमूहरा थाना बाडी सदर जनपद धौलपुर राजस्थान

बरामदगी
1. 10 लाख रुपेय नकद।
2. वादी द्वारा फिरौती की रकम के लिए दिया गया नया बैग।
3. मोबाइल फोन, चार सिम।
4. दो अंगोछे कपड़े के, जिनसे अपहृत को बांधकर रखा गया था।
5. एक टेप अपहृत का मुंह बांधने के लिए।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
1. पुलिस उपाधीक्षक चमन सिंह चावड़ा क्षेत्राधिकारी कोतवाली जनपद आगरा।
2. निरीक्षक नरेन्द्र, प्रभारी सर्विलांस टीम, जनपद आगरा।
3. प्रभारी निरीक्षक कमलेश सिंह, थाना सदर. जनपद आगरा।
4. प्रभारी निरीक्षक अरविन्द्र कुमार, थाना सिकन्दरा, जनपद आगरा
5. प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार, थाना ताजगंज जनपद आगरा।
06. प्रभारी निरीक्षक अजय कौशल, थाना हरीपर्वत, जनपद आगरा।
05. उ0नि0 राजकुमार गिरि, प्रभारी स्वाट टीम, जनपद आगरा।
06. उ0नि0 कुलदीप दीक्षित, प्रभारी एसओजी, जनपद आगरा।
07. थानाध्यक्ष अरुण कुमार वालियान, थाना जैतपुर, जनपद आगरा।
08. प्रभारी निरीक्षक राजकमल, थाना जगनेर, जनपद आगरा।
09. प्रभारी निरीक्षक बैजनाथ सिंह, थाना सैंया, जनपद आगरा।
10. प्रभारी निरीक्षक उमेश त्रिपाठी, थाना न्यूआगरा, जनपद आगरा।
11. उ0नि0 सुशील कुमार प्रभारी सिटी मय सर्विंलास टीम जनपद आगरा।
12. हे0कां0 आदेश त्रिपाठी, कां0 अजीत, कां0 प्रशान्त, कां0 करन, कां0 विवेक, कां0 राजकुमार, कां0 अरुण कुमार, कां0 आशुतोष त्रिपाठी, कां0 रविन्द्र, हे0कां0 प्रमेश जनपद आगरा।
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