एकदम सेे तेज न दौड़ें
दौड़ की शुरुआत करते समय तेज नहीं दौड़ना चाहिए। धीरे धीरे दौड़कर शुरुआत करनी चाहिए ताकि बॉडी वॉर्म अप हो सके। उसके बाद धीरे धीरे धीरे स्पीड बढ़ानी चाहिए। वहीं बंद करते समय भी स्पीड कम करते हुए रुकना चाहिए, अचानक नहीं।
दौड़ की शुरुआत करते समय तेज नहीं दौड़ना चाहिए। धीरे धीरे दौड़कर शुरुआत करनी चाहिए ताकि बॉडी वॉर्म अप हो सके। उसके बाद धीरे धीरे धीरे स्पीड बढ़ानी चाहिए। वहीं बंद करते समय भी स्पीड कम करते हुए रुकना चाहिए, अचानक नहीं।
सिर की पोजिशन सही रखें
दौड़ते समय आपका सिर सामने की ओर होना चाहिए। न नीचे की ओर झुकना चाहिए और न ही उपर की ओर। इससे आपके शरीर का पोश्चर गड़बड़ा जाता है और आप जल्दी थक जाते हैं।
दौड़ते समय आपका सिर सामने की ओर होना चाहिए। न नीचे की ओर झुकना चाहिए और न ही उपर की ओर। इससे आपके शरीर का पोश्चर गड़बड़ा जाता है और आप जल्दी थक जाते हैं।
कंधों पर फिजूल जोर ने दें
कुछ लोग दौड़ते समय कंधों पर जोर देते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। कंधों का ढीला और सहज छोड़ दें। अगर थक जाएं तो कंधों को थोड़ा बहुत हिला सकते हैं।
हाथों की हल्की सी मुट्ठी बांधें
दौड़ते समय आपके हाथों की सही पोजिशन बहुत जरूरी होती है क्योंकि ये शरीर के ऊपरी हिस्से में टेंशन को कंट्रोल करते हैं। ऐसे में दौड़ते समय हाथों की हल्की सी ऐसी मुट्ठी बांधें कि उंगलियां हथेली को स्पर्श करती रहें। साथ ही हाथों को ज्यादा न हिलाएं। कोहनी को 90 डिग्री पर मोड़ें। थक जाएं तो थोड़ी देर के लिए मुट्ठी व हाथ खोल सकते हैं।
कमर और सीना हो सीधा
दौड़ते वक्त शरीर को बिल्कुल सीधा रखें। सीना और कमर एक सीध में होने चाहिए।
यदि आप दौड़कर ज्यादा लंबी दूरी तय करने में असमर्थ हैं तो दौड़ते समय घुटनों को ज्यादा से ज्यादा ऊपर की ओर उठाकर दौड़ें ताकि पैरों पर जोर लगे। लेकिन लंबी दूरी तक दौड़ते हैं तो ऐसा न करें। छोटे छोटे कदम बढ़ाएं। साथ ही टखनों को ढीला छोड़ें। उन पर ज्यादा जोर न दें।
दौड़ते वक्त शरीर को बिल्कुल सीधा रखें। सीना और कमर एक सीध में होने चाहिए।
यदि आप दौड़कर ज्यादा लंबी दूरी तय करने में असमर्थ हैं तो दौड़ते समय घुटनों को ज्यादा से ज्यादा ऊपर की ओर उठाकर दौड़ें ताकि पैरों पर जोर लगे। लेकिन लंबी दूरी तक दौड़ते हैं तो ऐसा न करें। छोटे छोटे कदम बढ़ाएं। साथ ही टखनों को ढीला छोड़ें। उन पर ज्यादा जोर न दें।