scriptअब पूरे आगरा को गंगाजल, यमुना के प्रदूषित जल से छुटकारा | Gangajal supply in agra PM narednra modi inaugurated before one year | Patrika News

अब पूरे आगरा को गंगाजल, यमुना के प्रदूषित जल से छुटकारा

locationआगराPublished: Jan 16, 2020 11:58:25 am

Submitted by:

Bhanu Pratap

-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौ जनवरी, 2019 को बटन दबाया था
-एक साल बाद तीन विधायकों ने मथुरा के गांव नेरा से किया शुभारंभ
-योगेन्द्र उपाध्याय 2012 से कर रहे थे प्रयास, कई बार आईं अड़चनें

Yogendra upadhyay

Yogendra upadhyay

आगरा। मकर संक्रान्ति के अवसर पर जीवनी मण्डी वाटर वक्र्स तक गंगाजल पहुँचाने का वादा आखिरकार पूरा हो ही गया। भाजपा विधायकगण योगेन्द्र उपाध्याय, पुरुषोत्तम खण्डेलवाल और राम प्रताप सिंह चैहान ने थाना बल्देव, मथुरा के नेरा गाँव स्थित वी.पी.टी. टैंक पर गंगा मैया का पूजन अर्चन कर जीवनी मण्डी वाटर वक्र्स को सप्लाई करने वाली पाइप लाइन के 20 फुट गहरे कक्ष में जाकर बटरफ्लाई वाल्व के चक्के को घुमाकर जीवनी मण्डी वाटर वक्र्स पर गंगाजल पहुँचने का मार्ग खोलकर शुभारम्भ किया। अब जीवनी मण्डी जल संस्थान को प्रतिदिन 200 एम.एल.डी. गंगाजल मिल सकेगा, जहां से आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, आगरा एत्मादपुर, आगरा छावनी विधानसभा के क्षेत्रों को अब यमुना जल के स्थान पर गंगाजल की आपूर्ति की जायेगी। इस प्रकार अब पूरे आगरा शहर को यमुना जल के स्थान पर गंगाजल की आपूर्ति प्रारम्भ हो जायेगी।
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2012 से प्रयास
उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक योगेन्द्र उपाध्याय के सन् 2012 से सतत प्रयास के बाद आगरा की जनता की प्यास बुझाने की एक महत्वाकांक्षी परियोजना ‘‘गंगाजल प्रोजेक्ट’’ उस समय पूर्ण हुआ था, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विगत 9 जनवरी 2019 को सिकन्दरा स्थित वाटर वक्र्स तक गंगाजल पहुँचाने का बटन दबाया था। इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण आगरा की जनता के लिए किया। किन्तु उस समय जीवनी मण्डी वाटर वक्र्स स्थित जल संस्थान पर गंगाजल नहीं पहुँच सका था, क्योंकि वाटर वक्र्स स्थित फ्लाई ओवर को खतरे से बचाने के लिए फ्लाई ओवर के किनारे से भूमिगत पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई करने की अनुमति नहीं दे रहा था। इसके लिए विधायक योगेन्द्र उपाध्याय ने केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तक सम्पर्क साधकर कार्यवाही की अपेक्षा की थी। जल निगम के अधिकारियों के साथ फ्लाई ओवर की कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों के साथ कार्य स्थल का दौरा कर वैकल्पिक व्यवस्था का रास्ता खोजा। इसके अन्तर्गत फ्लाई ओवर के बराबर से लगभग 150 मीटर भूमिगत सुरंग बनाकर जीवनी मण्डी जल संस्थान को गंगाजल आपूर्ति पाइप लाईन डालने का प्रबन्ध किया जाना सुनिश्चित हुआ। इस तकनीक पूर्ण दुष्कर कार्य को पूरा करने में लगभग एक वर्ष का समय लग गया।
यहाँ यह उल्लेख करना आवश्यक है कि वर्षों से प्रदूषित और हानिकारक पानी की किल्लत झेलते हुए आगरा शहर को अब विशुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक गंगाजल पीने को मिलेगा। आगरा शहर की जनता की आवश्यकता प्रतिदिन 400 एम.एल.डी. पेयजल की है जबकि यमुना से मात्र 150 से 180 एम.एल.डी. प्रदूषित कच्चे जल के रूप में प्रतिदिन जल संस्थान को उपलब्ध हो रहा था। इस प्रकार आगरा शहर के लिए न तो पर्याप्त पानी की व्यवस्था थी और न ही अच्छी गुणवत्ता वाला पानी उपलब्ध था। अब प्रतिदिन 370 एम.एल.डी. गंगाजल दोनों जल संस्थानों को उपलब्ध हा सकेगा अर्थात् अब जनता को वितरण करने लिए जल संस्थान आगरा के पास पर्याप्त मात्रा में पानी भी उपलब्ध है और गुणवत्ता की दृष्टि से सर्वोत्तम गंगाजल भी उपलब्ध है।
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ये रहे मौजूद

जीवनी मण्डी वाटर वक्र्स स्थित जल संस्थान को मकर संक्रान्ति के पर्व पर गंगाजल पहुँचाने के लिए बटरफ्लाई वाल्व को घुमाकर शुभारम्भ के कार्यक्रम में गंगाजल प्रोजेक्ट के महाप्रबन्धक पीयूष पंकज और परियोजना प्रबन्धक आर.के. पंकज सहित कई अधिकारी एवं ओमप्रताप सिंह, पार्षद राजेश कुमार प्रजापति, संजय जैन, वात्सल्य उपाध्याय, धीरज जैन, नीशू कपूर, डॉ. अलौकिक उपाध्याय, शिवांग खण्डेलवाल, अनिल कोहली, सियाराम प्रजापति सहित कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
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