सफल रेस्क्यू के बाद मिला कोबरा
अजगर के सफल रेस्क्यू के बाद टीम ने मथुरा के ततरौता गांव के एक खेत से 9 फुट लंबा अजगर और पास ही के शहजादपुर गांव से एक कोबरा सांप भी सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। बता दें कि कोबरा सांप करीब 30 फुट गहरे कुंए में गिर गया था। जिसे बाद में बहार निकाल लिया गया। तीनों ही सांप फिलहाल देख रेख में रखे गए है और जल्द ही वापस जंगल में रिलीज किये जायेंगे। कार्तिक सत्यनारायण, सह-संस्थापक, वाइल्डलाइफ एसओएस ने बताया कि अजगर सांप काफी अच्छी तैराकी करते हैं, जिसके चलते वह ज़्यादातर पानी वाली जगह के पास ही रहते हैं। ऐसे मामले बहुत ही सामान्य हैं जिसमें मछुआरों द्वारा बिछाए गए जाल में सांप फंस जाते हैं। कुछ समय पहले ही आगरा के ही बरौली गुज्जर गांव से 4 फुट लंबा अजगर रेस्क्यू किया था जो कि मछली के जाल में फंस गया था।
अजगर के सफल रेस्क्यू के बाद टीम ने मथुरा के ततरौता गांव के एक खेत से 9 फुट लंबा अजगर और पास ही के शहजादपुर गांव से एक कोबरा सांप भी सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। बता दें कि कोबरा सांप करीब 30 फुट गहरे कुंए में गिर गया था। जिसे बाद में बहार निकाल लिया गया। तीनों ही सांप फिलहाल देख रेख में रखे गए है और जल्द ही वापस जंगल में रिलीज किये जायेंगे। कार्तिक सत्यनारायण, सह-संस्थापक, वाइल्डलाइफ एसओएस ने बताया कि अजगर सांप काफी अच्छी तैराकी करते हैं, जिसके चलते वह ज़्यादातर पानी वाली जगह के पास ही रहते हैं। ऐसे मामले बहुत ही सामान्य हैं जिसमें मछुआरों द्वारा बिछाए गए जाल में सांप फंस जाते हैं। कुछ समय पहले ही आगरा के ही बरौली गुज्जर गांव से 4 फुट लंबा अजगर रेस्क्यू किया था जो कि मछली के जाल में फंस गया था।
अजगर का वजन करीब 40 किलो
बैजुराज एमवी, डायरेक्टर, संरक्षण प्रोजेक्ट्स, वाइल्डलाइफ एसओएस ने बताया कि अजगर का वजन करीब 40 किलोग्राम है। इतना ज्यादा वजन होने के कारण टीम के लिए उसे रेस्क्यू करना और भी ज्यादा मुश्किल था। अजगर को फिलहाल मेडिकल उपचार और देख रेख में रखा गया है।
बैजुराज एमवी, डायरेक्टर, संरक्षण प्रोजेक्ट्स, वाइल्डलाइफ एसओएस ने बताया कि अजगर का वजन करीब 40 किलोग्राम है। इतना ज्यादा वजन होने के कारण टीम के लिए उसे रेस्क्यू करना और भी ज्यादा मुश्किल था। अजगर को फिलहाल मेडिकल उपचार और देख रेख में रखा गया है।