श्री गिर्राज जी सेवा मण्डल द्वारा 26 व 27 दिसम्बर को गोवर्धन में आयोजित होने वाले दशम दिव्य छप्पन भोग महोत्सव के लिए आमंत्रण यात्रा निकाल सभी भक्तों को निमंत्रण दिया गया। सबसे आगे विध्नविनाशक श्री गणेश जी की सवारी आकर्षण का केन्द्र रही। जिसे विभिन्न तरह के फलों से सजाया गया था। अनन्नास से बना गणपति जी का छत्र और अंगूर के झूमर। सेब, चीकू, केले, संतरों से सजा सिंहासन के बीच विराजमान गणपति जी की सवारी चली तो गणपति बप्पा मोरया के जयघोष गूंजने लगे। इसके पीछे थी श्रीराम चंद्र व माता सीता की सवारी और सबसे पीछे भक्तों ने निमंत्रण देती गिरार्ज जी महाराज जी की सवारी। जिसका समापन रावतपाड़ा, जौहरी बाजार, सुभाष बाजार, दरेसी, कचहरी घाट, पथवारी, घटिया, फुलट्टी, फुब्बारा होते हुए पुनः मनःकामेश्वर मंदिर पर आकर हुआ।
श्री गिरार्ज जी की आरती बल्केश्वर महादेव मंदिर के महन्त कपिल नागर जी व मनःकामेश्वर के महन्त योगेश पुरी ने की। आमंत्रण यात्रा का शुभारम्भ भाजपा बृज क्षेत्र के संगठन मंत्री भवानी सिंह ने किया। गिरार्ज जी सेवा मण्डल के अध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने भगवान को पुष्प अर्पित कर सभी भक्तों को दिव्य छप्पन भोग महोत्सव के लिए निमंत्रण दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से विजय शिवहरे, अध्यक्ष मयंक अग्रवाल, विष्णु बाबू अग्रवाल, नितेश शिवहरे, श्याम सुन्दर माहेश्वरी, अजय सिंघल, आमंत्रण यात्रा संयोजक विजय अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, पवन अग्रवाल, अंकुर, मनोज गर्ग, अजय गोयल, पुनीत अग्रवाल, मनोज गुप्ता, छोटेलाल, बल्लू भाई, नरेन्द्र गर्ग, विकास जैन, अनिल अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, आशी अग्रवाल, शिवानी, सीमा, प्राची, विनीता, कविता, उर्मिला माहेश्वरी आदि उपस्थित थीं।
गिर्राज जी महाराज के डोले का जगह-जगह फूल वर्षा कर स्वागत किया गया। हर भक्त गिरार्ज की महाराज के दर्शन के लिए ललायित नजर आया। राह चलते लोगों ने भी रुककर भगवान को हाथ जोड़कर प्रणाम कर आशीर्वाद लिया। आमंत्रण यात्रा के दौरान सभी भक्तों को लगभग 25 हजार माखन की टिक्की व मिश्री का प्रसाद वितरित किया गया।