स्कूल की पार्किंग के लिए तालाब पर कब्जा
बसपा के पूर्व विधायक कालीचरण सुमन पर अपने स्कूल की पार्किंग बनाने के लिए तालाब पर कब्जा करने का आरोप लगा है। मामला ग्राम पंचायत नगला कली का है। पूर्व विधायक के स्कूल के सामने कई साल पुराना तालाब है। शिकायत पक्ष का आरोप है कि अब पूर्व विधायक की नजर इस तालाब पर है। निजी स्वार्थ के लिए पूर्व विधायक तालाब पर कब्ज़ा करना चाहते हैं। इस विरोध में पिछले कई दिनों से ग्राम प्रधान सैकड़ों ग्रामीणों के साथ धरने पर थीं। लेकिन, शासन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। सोमवार को ये धरना प्रदर्शन आमरण अनशन में तब्दील हो गया। है। सोमवार को अखिल भारतीय प्रधान संगठन ने भी आमरण अनशन को अपना समर्थन दिया और धरने पर बैठ गए।
बसपा के पूर्व विधायक कालीचरण सुमन पर अपने स्कूल की पार्किंग बनाने के लिए तालाब पर कब्जा करने का आरोप लगा है। मामला ग्राम पंचायत नगला कली का है। पूर्व विधायक के स्कूल के सामने कई साल पुराना तालाब है। शिकायत पक्ष का आरोप है कि अब पूर्व विधायक की नजर इस तालाब पर है। निजी स्वार्थ के लिए पूर्व विधायक तालाब पर कब्ज़ा करना चाहते हैं। इस विरोध में पिछले कई दिनों से ग्राम प्रधान सैकड़ों ग्रामीणों के साथ धरने पर थीं। लेकिन, शासन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। सोमवार को ये धरना प्रदर्शन आमरण अनशन में तब्दील हो गया। है। सोमवार को अखिल भारतीय प्रधान संगठन ने भी आमरण अनशन को अपना समर्थन दिया और धरने पर बैठ गए।
प्रधान ने लगाए पूर्व विधायक पर गंभीर आरोप
ग्राम प्रधान सुशीला देवी का आरोप है कि बसपा के पूर्व विधायक कालीचरण सुमन ने अपने स्कूल के पास बने तालाब पर कब्जे के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जहां प्रदेश सरकार के सिंचाई मंत्री तालाबों पर हो रहे अवैध कब्जे को हटाने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी विधायक खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पूर्व विधायक ने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों पर भी रोक लगा दी है। उनकी इस दबंगई के विरोध में ग्रामीणों में ख़ासा नाराजगी भी है।
ग्राम प्रधान सुशीला देवी का आरोप है कि बसपा के पूर्व विधायक कालीचरण सुमन ने अपने स्कूल के पास बने तालाब पर कब्जे के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जहां प्रदेश सरकार के सिंचाई मंत्री तालाबों पर हो रहे अवैध कब्जे को हटाने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी विधायक खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पूर्व विधायक ने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों पर भी रोक लगा दी है। उनकी इस दबंगई के विरोध में ग्रामीणों में ख़ासा नाराजगी भी है।