ये है मामला
थाना मलपुरा के गांव भाडई निवासी लता तथा घडी हरलाल निवासी गुडडी का बचत खाता कस्बा ककुआ में स्थित ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त की शाखा में है। वह 15 दिनों से त्योहार मनाने के लिए पैसे निकालने आ रही हैं, लेकिन बैंक मैनेजर मनमानी कर रहा है। उनके पैसे नहीं निकाल रहा है। पैसे नहीं निकलने के कारण उन्होंने रक्षा बंधन का त्योहार कर्ज लेकर मनाया है।
थाना मलपुरा के गांव भाडई निवासी लता तथा घडी हरलाल निवासी गुडडी का बचत खाता कस्बा ककुआ में स्थित ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त की शाखा में है। वह 15 दिनों से त्योहार मनाने के लिए पैसे निकालने आ रही हैं, लेकिन बैंक मैनेजर मनमानी कर रहा है। उनके पैसे नहीं निकाल रहा है। पैसे नहीं निकलने के कारण उन्होंने रक्षा बंधन का त्योहार कर्ज लेकर मनाया है।
पैसे न निकलने पर किया हंगामा
शानिवार को जन्माष्टमी का त्योहार है। क्षेत्र की आधा दर्जन महिलाएं गुरूवार दोपहर 12 बजे बैंक में पैसे निकालने के लिए आईं थी, लेकिन बैंक मैनेजर ने उनसे कहा कि नेटवर्क की समस्या है, पैसा नहीं दिया जा सकता है। इससे महिलाओं ने बैंक परिसर में हंगामा कर दिया। उन्होंने कहा है कि वे 15 दिनों से 4 किलोमीटर पैदल चलकर आती हैं। इसके बाद भी बैंक से पैसे नहीं निकल रहे हैं। इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद वे बाहर आ गई और मायूस होकर घर लौट गईं।
शानिवार को जन्माष्टमी का त्योहार है। क्षेत्र की आधा दर्जन महिलाएं गुरूवार दोपहर 12 बजे बैंक में पैसे निकालने के लिए आईं थी, लेकिन बैंक मैनेजर ने उनसे कहा कि नेटवर्क की समस्या है, पैसा नहीं दिया जा सकता है। इससे महिलाओं ने बैंक परिसर में हंगामा कर दिया। उन्होंने कहा है कि वे 15 दिनों से 4 किलोमीटर पैदल चलकर आती हैं। इसके बाद भी बैंक से पैसे नहीं निकल रहे हैं। इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद वे बाहर आ गई और मायूस होकर घर लौट गईं।
ये बोले बैंक मैनेजर
वहीं बैंक मैनेजर सुभाष गुप्ता ने बताया है कि उनके बैंक में लगभग 15 दिन से कनेक्टिविटी नहीं आ रही है। वह इसकी शिकायत बीएसएनएल कार्यालय में कई बार कर चुके हैं। परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
इनपुट: देवेश शर्मा
वहीं बैंक मैनेजर सुभाष गुप्ता ने बताया है कि उनके बैंक में लगभग 15 दिन से कनेक्टिविटी नहीं आ रही है। वह इसकी शिकायत बीएसएनएल कार्यालय में कई बार कर चुके हैं। परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
इनपुट: देवेश शर्मा