काजू, बादाम, पिस्ता के पैकेट्स पर लगा 12 प्रतिशत तक जीएसटी (GST on Dry Fruits Packet)
गुड्स एंड सेल्स टैक्स (GST) की दरें लगातार सरकार द्वारा परिवर्तित की गई। कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें हाल ही में घटाई गईं हैं। लेकिन, गिफ्ट आइटमों पर लगाया गया जीएसटी व्यापारियों के गले नहीं उतर रहा है। Diwali पर आगरा में गिफ्ट के लिए ड्राई फ्रूट्स के पैकेट्स का चलन पिछले कुछ सालों में लगातार बढ़ता रहा है। ड्राई फ्रूट्स पर जीएसटी अलग अलग प्रतिशत में लगा है। इसके बाद गिफ्ट पैकेट्स पर भी जीएसटी लगा है। इसके चलते इनकी कीमतें और बढ़ गई हैं। आगरा में ड्राई फ्रूट्स के गिफ्ट का थोक में कारोबार करने वाले कारोबारी नीरज अग्रवाल का कहना है कि जीएसटी के चलते Gift Packet महंगे हो रहे हैं। पहले से ही ड्राई फ्रूट्स महंगे हो रहे थे, अब पैकेट्स पर लगाया गया पांच से 12 प्रतिशत का जीएसटी इनके दाम और बढ़ा रहा है। काजू और बादाम का पैकेट पांच प्रतिशत जीएसटी के दायरे में हैं। वहीं इसके साथ जुड़े हुए अन्य ड्राई फ्रूट्स 12 प्रतिशत जीएसटी में आ गए हैं।
गुड्स एंड सेल्स टैक्स (GST) की दरें लगातार सरकार द्वारा परिवर्तित की गई। कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें हाल ही में घटाई गईं हैं। लेकिन, गिफ्ट आइटमों पर लगाया गया जीएसटी व्यापारियों के गले नहीं उतर रहा है। Diwali पर आगरा में गिफ्ट के लिए ड्राई फ्रूट्स के पैकेट्स का चलन पिछले कुछ सालों में लगातार बढ़ता रहा है। ड्राई फ्रूट्स पर जीएसटी अलग अलग प्रतिशत में लगा है। इसके बाद गिफ्ट पैकेट्स पर भी जीएसटी लगा है। इसके चलते इनकी कीमतें और बढ़ गई हैं। आगरा में ड्राई फ्रूट्स के गिफ्ट का थोक में कारोबार करने वाले कारोबारी नीरज अग्रवाल का कहना है कि जीएसटी के चलते Gift Packet महंगे हो रहे हैं। पहले से ही ड्राई फ्रूट्स महंगे हो रहे थे, अब पैकेट्स पर लगाया गया पांच से 12 प्रतिशत का जीएसटी इनके दाम और बढ़ा रहा है। काजू और बादाम का पैकेट पांच प्रतिशत जीएसटी के दायरे में हैं। वहीं इसके साथ जुड़े हुए अन्य ड्राई फ्रूट्स 12 प्रतिशत जीएसटी में आ गए हैं।
पैकेट्स के लिए निकाली जुगाड़
गिफ्ट आईटमों पर GST (Goods and Service Tax) से महंगाई का साया इन पर है। इसके चलते कारोबारियों ने जुगाड़ निकाल ली है। अब पैकेट्स को स्थानीय स्तर पर पैकिंग करके बेचा जा रहा है। जिससे ये कुछ सस्ते हो रहे हैं। आगरा में गिफ्ट कारोबार करीब दस करोड़ रुपये का होता है। धनतेरस से ही इनका कारोबार शुरू हो जाता है। करोड़े रुपए के कारोबार की चपत न लगे, इसलिए कारोबारियों ने स्थानीय स्तर से ही पैकेजिंग कर कारोबार करना शुरू कर दिया है।
गिफ्ट आईटमों पर GST (Goods and Service Tax) से महंगाई का साया इन पर है। इसके चलते कारोबारियों ने जुगाड़ निकाल ली है। अब पैकेट्स को स्थानीय स्तर पर पैकिंग करके बेचा जा रहा है। जिससे ये कुछ सस्ते हो रहे हैं। आगरा में गिफ्ट कारोबार करीब दस करोड़ रुपये का होता है। धनतेरस से ही इनका कारोबार शुरू हो जाता है। करोड़े रुपए के कारोबार की चपत न लगे, इसलिए कारोबारियों ने स्थानीय स्तर से ही पैकेजिंग कर कारोबार करना शुरू कर दिया है।