इस तरह हुई आरंभता
कीर्तन दरबार की आरंभता सुखमनी सेवा सभा के वीर महेंद्र पाल सिंह द्वारा की गई, जिन्होंने गुरु के शब्द कीर्तन द्वारा संगतों को निहाल किया। सतगुरु मेरे की वडियाई…, आप गवाये सेवा करें ता किछ पाये मान… अर्थार्थ उन्होंने कथा द्वारा समझाया जो भी इंसान नम्रता भाव से प्रभु की सेवा करता है उसी को ही लोक परलोक में मान मिलता है। संगत कथा सुन भाव विभोर हो उठी। हजूरी रागी भाई अवतार सिंह भुल्लर द्वारा शब्द कीर्तन द्वारा संगतों को निहाल किया कथा कीर्तन सुन संगति मंत्रमुग्ध हो उठी, पूरा गुरुद्वारा परिसर में बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारों की गूंज से वातावरण गुंजायमान हो गया। भव्य आकर्षक सजावट छटा बिखेरी हुई थी। सभी गुरु श्री अंगद देव जी महाराज जी के जन्मदिन प्रकाश पर्व पर आपस में एक दूसरे को बधाई दे रही थे।
कीर्तन दरबार की आरंभता सुखमनी सेवा सभा के वीर महेंद्र पाल सिंह द्वारा की गई, जिन्होंने गुरु के शब्द कीर्तन द्वारा संगतों को निहाल किया। सतगुरु मेरे की वडियाई…, आप गवाये सेवा करें ता किछ पाये मान… अर्थार्थ उन्होंने कथा द्वारा समझाया जो भी इंसान नम्रता भाव से प्रभु की सेवा करता है उसी को ही लोक परलोक में मान मिलता है। संगत कथा सुन भाव विभोर हो उठी। हजूरी रागी भाई अवतार सिंह भुल्लर द्वारा शब्द कीर्तन द्वारा संगतों को निहाल किया कथा कीर्तन सुन संगति मंत्रमुग्ध हो उठी, पूरा गुरुद्वारा परिसर में बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारों की गूंज से वातावरण गुंजायमान हो गया। भव्य आकर्षक सजावट छटा बिखेरी हुई थी। सभी गुरु श्री अंगद देव जी महाराज जी के जन्मदिन प्रकाश पर्व पर आपस में एक दूसरे को बधाई दे रही थे।
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कीर्तन दरबार के समापन पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे ज्ञानी जी द्वारा अरदास कर सभी धर्म प्रेमियों ने गुरु का अटूट लंगर ग्रहण किया। जोड़ों की सेवा कलगीधर सिख सेवक जत्था द्वारा की गई। लंगर बांटने की सेवा सिख यूथ फेडरेशन के वीरों ने आपसी सहयोग से की। प्रधान मनमोहन सिंह ने आई संगतों का आभार व्यक्त किया। मुख्य रूप से अमरजीत सिंह सेठी, गुरु सेवक श्याम भोजवानी राजेंद्र पाल सिंह ,मिट्ठू वीर, हरजिंदर सिंह ,गुरदीप लूथरा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
कीर्तन दरबार के समापन पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे ज्ञानी जी द्वारा अरदास कर सभी धर्म प्रेमियों ने गुरु का अटूट लंगर ग्रहण किया। जोड़ों की सेवा कलगीधर सिख सेवक जत्था द्वारा की गई। लंगर बांटने की सेवा सिख यूथ फेडरेशन के वीरों ने आपसी सहयोग से की। प्रधान मनमोहन सिंह ने आई संगतों का आभार व्यक्त किया। मुख्य रूप से अमरजीत सिंह सेठी, गुरु सेवक श्याम भोजवानी राजेंद्र पाल सिंह ,मिट्ठू वीर, हरजिंदर सिंह ,गुरदीप लूथरा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।