11वें रुद्रावतार हैं हनुमान
हनुमान जी भगवान शंकर के 11 वें रुद्रावतार हैं। उनको ये वरदान प्राप्त है कि वे किसी तरह के भी संकट से निपट सकते हैं। हनुमान जी को उनकी शक्तियां याद दिलानी पड़ती हैं। भक्त जिस भाव से उन्हें याद करता है, वे उसी रूप में उसकी मदद करते हैं।
हनुमान जी भगवान शंकर के 11 वें रुद्रावतार हैं। उनको ये वरदान प्राप्त है कि वे किसी तरह के भी संकट से निपट सकते हैं। हनुमान जी को उनकी शक्तियां याद दिलानी पड़ती हैं। भक्त जिस भाव से उन्हें याद करता है, वे उसी रूप में उसकी मदद करते हैं।
इसलिए सिंदूर चढ़ाने से होते हैं प्रसन्न
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सिंदूर चढ़ाने से हनुमान बाबा प्रसन्न होते हैं। इसके पीछे एक कहानी है कि एक बार हनुमान बाबा ने सीता माता को मांग में सिंदूर लगाते देखा तो कारण पूछा, उन्होंने कहा कि आपके प्रभु की लंबी आयु के लिए है। इससे वे प्रसन्न होंगे। ऐसा सुनकर हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया। जब भगवान राम ने उन्हें देखा तो हंसने लगे, बोले हनुमान ये क्या है? हनुमान जी बोले प्रभु ये आपकी लंबी आयु के लिए है। उनकी भक्ति देख राम भगवान बहुत प्रसन्न हुए और बोले आज से जो भी तुम्हें सिंदूर चढ़ाएगा उसके सारे कष्ट दूर होंगे। उस पर हमेशा मेरी भी कृपा रहेगी। हनुमानजी के जन्मदिन पर घी में चुटकी भर सिंदूर मिलाकर हनुमान जी को लेप लगाएं। इससे शनि और राहू का दोष समाप्त होता है।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सिंदूर चढ़ाने से हनुमान बाबा प्रसन्न होते हैं। इसके पीछे एक कहानी है कि एक बार हनुमान बाबा ने सीता माता को मांग में सिंदूर लगाते देखा तो कारण पूछा, उन्होंने कहा कि आपके प्रभु की लंबी आयु के लिए है। इससे वे प्रसन्न होंगे। ऐसा सुनकर हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया। जब भगवान राम ने उन्हें देखा तो हंसने लगे, बोले हनुमान ये क्या है? हनुमान जी बोले प्रभु ये आपकी लंबी आयु के लिए है। उनकी भक्ति देख राम भगवान बहुत प्रसन्न हुए और बोले आज से जो भी तुम्हें सिंदूर चढ़ाएगा उसके सारे कष्ट दूर होंगे। उस पर हमेशा मेरी भी कृपा रहेगी। हनुमानजी के जन्मदिन पर घी में चुटकी भर सिंदूर मिलाकर हनुमान जी को लेप लगाएं। इससे शनि और राहू का दोष समाप्त होता है।
आज हैं कई मंगलकारी योग
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि शनिवार को हनुमान जयंती पड़ने के कारण कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। शनिवार को ही मंगल और शनि धनु राशि में हैं। शनि और मंगल का विशेष द्विग्रही योग बन रहा है। हस्त नक्षत्र भी है। आज के दिन शनि और हनुमान बाबा के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं। काली उड़द, तिल, गुड़ आदि गरीबों को दान करें। इससे सभी ग्रहों के कष्ट शांत होंगे।
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि शनिवार को हनुमान जयंती पड़ने के कारण कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। शनिवार को ही मंगल और शनि धनु राशि में हैं। शनि और मंगल का विशेष द्विग्रही योग बन रहा है। हस्त नक्षत्र भी है। आज के दिन शनि और हनुमान बाबा के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं। काली उड़द, तिल, गुड़ आदि गरीबों को दान करें। इससे सभी ग्रहों के कष्ट शांत होंगे।