कथा क्रम में राष्ट्रीय संत चिन्मयानन्द बापू ने समझाया कि जहां जुआ, मदिरा, हिंसा व पर स्त्री गमन है, वहां कलियुग का वास है। किसी को सता कर, धोका देकर कमाया गया धन जिस घर में है, वहां अशांति व कलह रहता है। बड़े बड़े बंगलों में लोग दुखी हैं, क्योंकि वहां अनीति पूर्वक कमाया गया धन है। इस दौरान भजन क्या भरोसा है इस जिंदगी का, साथ देती नहीं ये किसी का…। अंत में छह हजारा भक्तों को वहीं बैठे बैठे पत्तल प्रसादी वितरित की गई।
ये दी प्रेरणा
सामाजिक सरोकारों के तहत ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी मंच पर नीम, अशोक व आम के पौधे हाथों में लेकर खड़े हो गए। राष्ट्रीय संत चिन्मयानन्द बापू ने सबको वृक्षारोपण का संकल्प करवाया व हजारों भक्तों को पेड़ लगाने की प्रेरणा दी। साथ ही गरीब लोगों को कम्बल भी वितरित किए गए। इस अवसर पर मैनेजिंग ट्रस्टी व अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल पेंट, ट्रस्टी समुन गोयल, मुख्य यजमान अमरनाथ बंसल, संरक्षक भोलानाथ अग्रवाल, कोषाध्यक्ष केएम सिंघल, हरिओम गोयल, विजय वर्मा, रामकुमार अग्रवाल, दैनिक यजमान सौरभ अग्रवाल, पदमा अग्रवाल, शिवशंकर राजपूत, ओम प्रकाश, सूबेदार चरन सिंह व मनीष अग्रवाल के साथ हजारों भक्तों ने आरती उतारी।
सामाजिक सरोकारों के तहत ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी मंच पर नीम, अशोक व आम के पौधे हाथों में लेकर खड़े हो गए। राष्ट्रीय संत चिन्मयानन्द बापू ने सबको वृक्षारोपण का संकल्प करवाया व हजारों भक्तों को पेड़ लगाने की प्रेरणा दी। साथ ही गरीब लोगों को कम्बल भी वितरित किए गए। इस अवसर पर मैनेजिंग ट्रस्टी व अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल पेंट, ट्रस्टी समुन गोयल, मुख्य यजमान अमरनाथ बंसल, संरक्षक भोलानाथ अग्रवाल, कोषाध्यक्ष केएम सिंघल, हरिओम गोयल, विजय वर्मा, रामकुमार अग्रवाल, दैनिक यजमान सौरभ अग्रवाल, पदमा अग्रवाल, शिवशंकर राजपूत, ओम प्रकाश, सूबेदार चरन सिंह व मनीष अग्रवाल के साथ हजारों भक्तों ने आरती उतारी।