आगरा में करीब 80 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि पर किसानों द्वारा गेहूं की फसल की जा रही है। 11 अप्रैल को आए तूफान के चलते करीब 55 हेक्टेयर खेती पानी में डूब गई। किसानों की पूरे साल की मेहनत पर कुदरत ने पानी फेर दिया। गेहूं की फसल पर सबसे अधिक मार पड़ी। गेहूं सड़ गया। वहीं सब्जी करने वाले किसान भी परेशान हैं। टमाटर की खेती करने वाले किसानों को एक रुपये किलो में अपना टमाटर बेचना पड़ा।
आगरा जनपद में आए तूफान के चलते करीब 21 लोगों की जान चली गई। सरकार ने पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है। वहीं गंभीर घायल, घायल और पशुहानि पर भी राहत के चेक बांटे जा रहे हैं।
तूफान का अलर्ट मथुरा और आगरा के प्रशासन को मिला था। लेकिन, जनता को इसकी सूचना नहीं दी गई। अब जिला प्रशासन ने तूफान का अलर्ट एक बार फिर से जारी किया है। जिसमें सभी संस्थाओं को अलर्ट पर रहने की चेतावनी जारी की गई है।