दरद दा साजन दया पुंज सी नानक
जबर जुल्म दे दौर विच भगवान सी नानक
कर्म काण्ड दे उपासक पीड नहीं सानू समझदे
दुखिया व दर्दिया सी नानक
गुरु नानक दा जन्म दिहादा खुशियां लेकर आया
550 ***** रल के पर्व मना लाइए
घुड़ गुरु नानक दे चरना दी धूल मस्तक ते लाइए
भाई शीतल सिंह शीतल ने कहा-
ननकाना साहिब दी सोहनी धरत उत्ते
550 साल पहिला होया अवतार तेरा
माता तृप्ता दी कुख दा जाया नानक
पिता कालू जी दा बरखुदर नानक इन्होंने भी किया काव्यपाठ
इसके अतिरिक्त अमृत सिंह रंगीला, वीवी रविन्द्र कौर जोत,जोगिंदर सिंह पंजाब,भगवान सिंह दीपक,सुरजीत सिंह आर्टिस्ट, बीवी राजिंदर कौर राज,मदन पाल सिंह गुरुग्राम, कुलदीप सिंह दाजके पंजाब, डॉ. सतपाल कौर, बीबी गुरविंदर कौर आदि ने गुरु नानक देव के 550 ***** प्रकाश पर्व को समर्पित काव्य पाठ किया। कवि सम्मेलन देर रात्रि तक जारी रहा। बीच में बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारे गुंजायमान होते रहे।
समागम में मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह, मीडिया प्रभारी मास्टर गुरनाम सिंह, समन्वयक बंटी ग्रोवर, जत्थेदार पाल सिंह, सतनाम सिंह, अमर सिंह, अमरीक सिंह, बाबा किशन सिंह, ज्ञानी केवल सिंह, टीटू सिंह, हरनाम सिंह, सतवीर सिंह, हरबंस सिंह, महंत हरपाल सिंह, नरेंद्र सिंह खनूजा एवं पाली सेठी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। मीडिया प्रभारी मास्टर गुरनाम सिंह एवं समन्वयक बंटी ग्रोवर ने बताया कि दो अक्टूबर को 9 से अपराह्न 3 बजे तक एवं शाम को 7 बजे से कार्यक्रम होंगे।