हालांकि इस बारे में ज्योतिषाचार्य का कहना है कि यदि भद्रा में पूजन काल के समय उत्तरा फाल्गुनी उत्तराषाढ़ा तथा उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में से कोई भी एक नक्षत्र हो तो भद्रा का दोष नहीं लगता है। इस बार होली पर गोधूलि बेला में पूजन के समय उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र साक्षी रहेगा। ऐसे में महिलाएं चाहें तो शाम को होलिका पूजन कर सकती हैं। लेकिन होलिका दहन 20 मार्च की रात्रि 8 बजकर 58 मिनट से रात्रि 12 बजकर 34 मिनट तक के बीच करना ही शुभ है।